इस तरह आपकी डायबिटीज कंट्रोल कर सकता है अदरक

डायबिटीज जीवनशैली से जुड़ा रोग है जो भारत में तेजी से अपने पैर पसार रहा है। यह हमारे शरीर में होने वाली मेटाबॉलिक गड़बड़ी है। इसमें हमारे खून में मौजूद शुगर को नियंत्रित करने वाली व्‍यवस्‍था असंतुलित हो जाती है। इसे बेहतर खानपान और कसरत वगैरह करके नियंत्रित किया जा सकता है।

दो तरह की होती है डायबिटीज
डायबिटीज मुख्‍यत: दो तरह की होती है टाइप वन और टाइप टू। कभी-कभी प्रेग्‍नेंसी के दौरान भी गर्भवती महिला को हॉर्मोन्‍स में बदलाव की वजह से डायबिटीज की शिकायत हो जाती है जो डिलिवरी के बाद अमूमन खत्‍म हो जाती है।
टाइप वन डायबिटीज बहुत कम उम्र में और कभी-कभी जन्‍म से ही होती है। इसमें शरीर में शुगर को नियंत्रित करने वाला हॉर्मोन इंसुलिन बनता ही नहीं है। टाइप टू डायबिटीज मूलत: जीवनशैली से जुड़ी बीमारी है जो मोटापे, तनाव, अनिद्रा, ज्‍यादा तला-भुना खाने और बहुत कम शारीरिक श्रम करने से होती है।

इसमें हमारे शरीर में या तो इंसलिन बनना बंद हो जाता है या फिर शरीर की कोशिकाएं शरीर में बनने वाले इंसुलिन के प्रति संवेदनशील नहीं रहतीं। ऐसे हालात में हमारे रक्‍त में बहुत अधिक मात्रा में शुगर मौजूद रहने लगती है और शरीर को नुकसान पहुंचाती है।

डायबिटीज में अदरक के फायदे
प्रकृति में कुछ ऐसे पदार्थ हैं जिनका सेवन करने से विशेषकर टाइप टू डायबिटीज को कंट्रोल करने में काफी मदद मिलती है। इनमें से एक पदार्थ अदरक भी है। आइए देखते हैं कि अदरक किस तरह इसमें मदद करता है:
1. अदरक वजन कम करने में मददगार है। अगर डायबिटीज से ग्रस्‍त व्‍यक्ति अपना वजन कम करने में सफल होता है तो उसके शरीर की इंसुलिन के प्रति संवेदनशीलता बढ़ जाती है।
2. अदरक का सेवन हमारे शरीर में इंसुलिन बनाने वाले अंग अग्‍नाशय की सक्रियता बढ़ा देता है। इससे वह और अधिक मात्रा में इंसुलिन बनाने लगता है जिससे डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।

इस तरह कर सकते हैं अदरक का इस्‍तेमाल
भारतीय पारंपरिक भोजन में वैसे भी अदरक का प्रयोग होता है लेकिन इस जानकारी के बाद आप अदरक को भोजन में, सलाद में और पेय पदार्थों में और जगह दें तो यह आपके लिए लाभकर होगा। ध्‍यान रहे दिन भर में दो से तीन ग्राम अदरक का सेवन पर्याप्‍त है।

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