इस कारण से मुस्लिम बच्चों को रूबेला का टीका नहीं लगाने दे रहे मदरसे

लखनऊ 
संतकबीरनगर में स्वास्थ्य विभाग की ओर से बच्चों को लगाए जा रहे रूबेला और खसरा के टीकाकरण अभियान में जिले के दो दर्जन मदरसे रोड़ा अटका रहे हैं. बच्चों को बीमारी से बचाने के लिए टीकाकरण कर रही टीम को मदरसों से बैरन वापस होना पड़ रहा है. मदरसा प्रबन्धकों की मनमानी से जहां जिले में टीकाकरण अभियान प्रभावित हो रहा है, वहीं स्वास्थ्य विभाग की चेतावनी को नजरअंदाज कर दो दर्जन मदरसे बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं.

दरअसल सरकार ने बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर और बीमारी से बचाने के लिए मजील्स रूबेला टीकारण अभियान की शुरूआत की है. 9 महीने से लेकर 15 वर्ष तक के बच्चों को शारीरिक विकलांगता और मानसिक बीमारी से बचाने के लिए मिजिल्स रूबेला का टीका लगाया जा रहा है. जिले में चल रहे अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीकारण टीम स्कूलों में जाकर-जाकर बच्चों को टीका लगा रही है. बच्चियों के लिए यह टीका बेहद जरूरी है. स्वास्थ्य विभाग के जागरूकता अभियान के बावजूद जिले के दो दर्जन मदरसे इस टीकाकरण अभियान का विरोध कर रहे हैं.

इन मदरसों में बच्चों को टीका लगाने गयी टीम को बिना टीकाकरण कराये ही वापस कर दिया गया. मदरसों का कहना है कि प्रदेश में कुछ जगह रूबेला टीका लगने के बाद, बच्चों की तबियत बिगड़ गई थी इसलिए हम अपने बच्चों को ये टीका नहीं लगने देंगे. मदरसे स्वास्थ्य विभाग से लिखित आश्वासन मांग रहे हैं, कि इन टीकों के बाद उनके बच्चों को कुछ नहीं होगा. अब जिले के दो दर्जन मदरसों की मनमानी से टीकाकरण अभियान प्रभावित हो रहा है.

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