इंदौर में तीन और मरीजों की मौत की हुई पुष्टि, मृतक संख्या 30 पर पहुंची
इंदौर
देश में कोरोना वायरस (Corona virus) के प्रकोप से सबसे ज्यादा प्रभावित शहरों में शामिल इंदौर (Indore) में इस महामारी की चपेट में आई 75 वर्षीय बुजुर्ग महिला समेत तीन और मरीजों की मौत की शनिवार को आधिकारिक पुष्टि की गयी. इसके साथ ही, शहर में इस संक्रमण के बाद दम तोड़ने वाले मरीजों की तादाद बढ़कर 30 पर पहुंच गयी है. शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय (Mahatma Gandhi Memorial Medical College) के एक अधिकारी ने बताया कि शहर के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती 75 वर्षीय वृद्ध महिला, 66 वर्षीय बुजुर्ग पुरुष और 52 वर्षीय पुरुष ने पिछले तीन दिन के दौरान दम तोड़ा.
अधिकारी ने बताया कि प्रयोगशाला से आयी जांच रिपोर्ट में तीनों मरीज कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये थे. इनमें से दो मरीजों को श्वसन तंत्र संबंधी रोग (सीओपीडी) और मधुमेह सरीखी पुरानी बीमारियां भी थीं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 18 दिन के दौरान शहर में कोरोना वायरस संक्रमण के 249 मरीज मिले हैं. इनमें से 30 लोग इलाज के दौरान दम तोड़ चुके हैं. यानी फिलहाल शहर में कोविड-19 के मरीजों की मृत्यु दर 12 प्रतिशत के आस-पास है. आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि शहर में कोविड-19 के मरीजों की मृत्यु दर पिछले कई दिन से राष्ट्रीय स्तर के मुकाबले कहीं ज्यादा बनी हुई है. इंदौर में कोरोना वायरस के मरीज मिलने के बाद से प्रशासन ने 25 मार्च से शहरी सीमा में कर्फ्यू लगा रखा है.
बता दें कि कोरोना से निपटने के लिए अब मध्य प्रदेश में भी भीलवाड़ा फॉर्मूला अपनाने और लॉकडाउन 30 अप्रैल तक बढ़ाने की तैयारी है. बस पीएम से हरी झंडी मिलने का इंतज़ार है. मध्य प्रदेश सरकार 15 ज़िलों में पहले ही 46 जगहों को कोरोना के लिए हॉटस्पॉट डिक्लेयर कर चुकी है. सरकार की कोशिश है इन इलाकों में सख्ती के साथ लॉकडाउन का पालन कराया जाए और बाकी दूसरे इलाकों में कर्फ्यू में मामूली ढील दी जाए. कोरोना वायरस से सबसे पहले संक्रमित भीलवाड़ा में प्रशासन ने अब हालात पर काबू पा लिया है. वहां प्रशासन ने टोटल लॉकडाउन कर और हॉटस्पॉट बनाकर कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने लिया था. अब उसी फार्मूले को प्रदेश की बीजेपी सरकार लागू करने की तैयारी में है. इसकी शुरुआत 15 जिलों में 46 हॉटस्पॉट घोषित कर कर दी है.