इंटरकोर्स के बाद क्‍यों महिलाओं के प्राइवेट पार्ट से आता है वीर्य बाहर, जाने कारण

ज्यादातर महिलाएं संभोग के बाद योनि से वीर्य बाहर निकलने की शिकायत करती हैं। कभी-कभी वो इसे बांझपन का कारण भी मान लिया जाता है। लेकिन ये समस्या आमतौर पर महिलाओं में बहुत आम होती। योनि से वीर्य का रिसाव का महिलाओं के बांझपन की समस्‍या से कोई लेना-देना नहीं है, हालांकि यह काफी हद तक गर्भधारण की संभावना को कम कर देता है।

वास्तव में किसी भी महिला को गर्भधारण करने के लिए एक स्वस्थ शुक्राणु कोशिका और स्वस्थ योनि की आवश्यकता होती है। लेकिन कुछ कमियों या समस्याओं की वजह से संभोग के बाद योनि से वीर्य बाहर निकल आता है।

बैक्टीरियल इंफेक्शन
यदि कोई महिला शादी से पहले या शादी के बाद जननांगों या यौन रोगों से पीड़ित रही हो तो शारीरिक संबंध बनाने के बाद उसकी योनि से वीर्य बाहर निकल सकते हैं। इसका कारण यह है कि जननांगों में संक्रमण फैलाने वाले बैक्टीरिया यौन रोग ठीक हो जाने के बाद भी योनि के अंदर एंटीबॉडीज के रूप में मौजूद रहते हैं और संभोग के बाद ये पुरुष के शुक्राणु की कोशिकाओं पर हमला करते हैं और उन्हें नुकसान पहुंचाते हैं जिसके कारण वीर्य योनि से बाहर निकलने लगता है।

खानपान भी हो सकता है कारण
भोजन में ग्लूकोज की अधिक मात्रा लेने से महिला का सर्वाइकल म्यूकस मोटा हो जाता है जिसके कारण संभोग करने के बाद योनि से वीर्य बाहर निकलने लगता है। वास्तव में अत्यधिक ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले भोज्य पदार्थ योनि की अम्लीय पीएच (acidic pH) स्तर को बढ़ा देते हैं जिसके कारण योनि से निकलने वाला सर्वाइकल तरल पदार्थ गाढ़ा हो जाता है जबकि शुक्राणुओं को योनि में टिकने के लिए क्षारीय वातावरण की आवश्यकता होती है। उचित वातावरण न मिलने के कारण सेक्स के बाद वीर्य योनि से बाहर निकल आता है।

झुके हुए गर्भ के कारण
झुके हुए या विकृत गर्भाशय वाली महिलाओं को संभोग करने के बाद योनि से वीर्य बाहर निकलने की समस्या का सामना करना पड़ता है। इसका कारण यह है कि एक सामान्य गर्भाशय एक स्वस्थ और बेहतर शारीरिक पोजीशन में होता है और गर्भाशय में शुक्राणु की गति के लिए अधिक अनुकूल होता है। जबकि पीछे की ओर झुका हुआ गर्भाशय पुरुष के वीर्य को अंदर जाने से रोकता है जिसके कारण शारीरिक संबंध बनाने के कुछ ही देर बाद वीर्य योनि से बाहर निकल आता है।

आर्टिफिशल लुब्रिकेंट की वजह से
ज्यादार लोग संभोग के दौरान अपने आसान पेन‍िट्रेशन की वजह से आर्टिफिशियल लुब्रिकेंट का इस्तेमाल करते हैं। वास्तव में ये चिकने पदार्थ योनि की कैनाल (vaginal canal) में जाकर जम जाते हैं जिसके कारण शारीरिक संबंध बनाने के दौरान पुरुष का स्पर्म महिला की योनि में अंदर तक प्रवेश नहीं कर पाता है या फिर बहुत धीमी गति से अंदर जाता है। इसके कारण सेक्स के तुरंत बाद सारा वीर्य योनि से बाहर निकल जाता है।

ठीक तरह से हो पेनिट्रेशन
गर्भाशय में शुक्राणुओं के प्रवाह को बढ़ाने के लिए पुरुष को अपनी महिला पार्टनर के साथ सेक्स करते समय लिंग से तेज स्ट्रोक लगाना चाहिए ताकि लिंग योनि में काफी गहराई तक प्रवेश कर सके। यह क्रिया विशेषरूप से तब करनी चाहिए जब यौन उत्तेजना चरमोत्कर्ष पर हो या फिर ऑर्गेज्म का अनुभव होने वाला हो। यदि संभोग के दौरान शुक्राणु को सीधे गर्भ के प्रवेश द्वार के आसपास रणनीतिक रूप से स्खलित किया जाए तो निषेचन की संभावना बढ़ जाती है और वीर्य योनि से बाहर नहीं निकल पाता है।

ट्राय करें नए पॉज‍िशन
आमतौर पर प्रत्येक महिला को अपने गर्भाशय के बारे में उचित जानकारी रखनी चाहिए। इसल‍िए महिलाओं को अलग तरह का सेक्‍स पॉजीशन भी इस्‍तेमाल करना चाह‍िए।

ऑर्गेज्म है बहुत जरूरी
सेक्स करने के बाद योनि से वीर्य बाहर न निकले, इससे बचने के लिए संभोग करते समय महिला को ऑर्गेज्म का सुख मिलना बेहद जरूरी है। वास्तव में ऑर्गेज्म के दौरान महिलाओं की पेल्विक मांसपेशियों (pelvic muscles) में ऐंठन होती है जो शुक्राणु को गर्भ में खींचने में मदद करती हैं। इसके अलावा ऑर्गेज्म तक पहुंचने के बाद गर्भधारण की संभावना बढ़ जाती है चाहे भले ही वीर्य योनि से बाहर निकल जाए, क्योंकि आवश्यकतानुसार वीर्य पहले ही योनि के अंदर पहुंच चुका होता है।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *