आस्था का महापर्व चैती छठ पूजा खरने के बाद आज से शुरू
पटना
आस्था का महापर्व माने जाने वाले छठ पूजा की बुधवार शाम से शुरुआत हो रही है. चैती छठ पूजा के लिए बिहार में लगभग सभी तैयारी भी कर ली गई है. व्रतियों का 36 घंटे का निराहार-निर्जला व्रत बुधवार को खरने के बाद शुरू होगा. गुरुवार को रवियोग में सांयकालीन अर्घ्य दिया जाएगा. इसके बाद महिलाएं शुक्रवार को उदीयमान सूर्य को व्रती अर्घ्य देंगी. इसके साथ ही व्रती इस पावन त्यौहार का समापन करेंगी.
छठ पूजा को देखते हुए पटना में भी तैयारी कर ली गई है. 12 अप्रैल तक गंगा में नावों के परिचालन पर रोक लगा दी गई है. साथ ही साथ घाटों पर पटाखा फोड़ने पर भी रोक रहेगी. धार्मिक मान्यता है कि इस महापर्व को करने से व्रतियों पर षष्ठी माता की कृपा बरसती है.
बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में छठ पर्व को बड़े श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है. नदी, तालाब और पोखर के घाट को खासकर व्रतियों के लिए तैयार किया जाता है. इस दौरान इनका नजारा देखेने लायक होता है. व्रती एवं उनके परिजन छठ माई का गीत गाते हुए घाट पर पहुंचते हैं.
नेताओं ने भी छठ पूजा की बधाई एवं शुभकामनाएं दी है. राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रदेशवासियों को चैती छठ की बधाई दी है. साथ ही सुख समृद्धि आपसी भाईचारा बनाए रखने की कामना भी की है.