आम आदमी पार्टी से हाथ मिलाने को शीला भी ‘राजी’

 
नई दिल्ली     
        

आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन पर कांग्रेस पार्टी जल्द ही अपना फैसला सुना सकती है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को एक बार फिर दिल्ली कांग्रेस की अध्यक्ष शीला दीक्षित और पार्टी के दिल्ली प्रभारी पीसी चाको के साथ बैठक की। सूत्र बताते हैं कि यह बैठक महज कुछ मिनट चली, लेकिन खास बात यह रही कि शीला ने AAP से गठबंधन पर कोई नाराजगी जाहिर नहीं की। इससे अब गठबंधन तय माना जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि चाको ने AAP नेता के साथ हुई बैठक का हवाला देते हुए राहुल गांधी को 4-3 का फॉर्म्युला भी बताया। बताया जा रहा है कि राहुल ने गठबंधन पर अपनी मुहर लगा दी है। जल्द ही इसकी घोषणा हो सकती है। 
 

पंजाब और हरियाणा में भी AAP से तालमेल के मुद्दे पर पीसी चाको ने साफ कहा कि अगर गठबंधन होगा तो सिर्फ दिल्ली की सातों सीटों पर। दूसरे राज्य को लेकर कोई चर्चा नहीं हो रही है। उधर, AAP के नेता अरविंद केजरीवाल ने पार्टी नेताओं के साथ बैठक की। सूत्रों के मुताबिक, बैठक में चर्चा हुई कि अगर कांग्रेस पार्टी हरियाणा में भी गठबंधन के लिए राजी होती है, तभी तालमेल होगा। 

गठबंधन होगा तो दिल्ली-हरियाणा दोनों मेंः AAP 
गठबंधन को लेकर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के साथ पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बड़ी बैठक हुई। आप के सूत्रों के मुताबिक, बैठक में चर्चा हुई है कि दिल्ली, हरियाणा, चंडीगढ़ में लोकसभा की कुल 18 सीटें हैं और अगर दिल्ली और हरियाणा में गठबंधन के लिए कांग्रेस फैसला करती है, तभी गठबंधन होगा। सिर्फ दिल्ली के लिए कांग्रेस के साथ आम आदमी पार्टी गठबंधन नहीं करेगी। एक शर्त पूर्ण राज्य को लेकर भी होगी। कांग्रेस को दिल्ली को पूर्ण राज्य के दर्जे को लेकर भी घोषणा करनी होगी। दरअसल, कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में दिल्ली को पूर्ण राज्य की बात नहीं कही है। वहीं, आप का कहना है कि उसके लिए पूर्ण राज्य बहुत बड़ा मुद्दा है। 

बैठक में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, प्रदेश संयोजक गोपाल राय और आप सांसद संजय सिंह भी मौजूद रहे। आप सूत्रों ने कहा कि दिल्ली के साथ-साथ हरियाणा में भी कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर बातचीत होगी। आप का कहना है कि पहले पंजाब में भी कांग्रेस के साथ गठबंधन की बात हो रही थी। कांग्रेस की ओर से तर्क दिया जा रहा है कि पंजाब के मुख्यमंत्री नहीं मान रहे हैं, लेकिन हरियाणा में राज्य इकाई गठबंधन के लिए तैयार है। अगर हरियाणा में आप, कांग्रेस, जेजेपी मिलकर लड़ते हैं तो फिर बीजेपी को हराया जा सकता है। आप की ओर से यह दावा भी किया जा रहा है कि हरियाणा में पार्टी की ओर से तीन सीटों का प्रस्ताव कांग्रेस को दिया गया है। फरीदाबाद, गुड़गांव और करनाल सीट का प्रस्ताव कांग्रेस को भेजा गया है। कांग्रेस की ओर से हरियाणा में आप को जितनी सीटें दी जाएंगी, उतनी ही सीटें आप दिल्ली में कांग्रेस को देगी। सीट शेयरिंग को लेकर जब बात होगी तो हरियाणा में आम आदमी पार्टी इन्हीं तीन सीटों को लेकर बात करेगी। आप की ओर से यह भी कहा जा रहा है कि जब सीटों के फॉर्म्युले पर फैसला होगा तो आप की ओर से चंडीगढ़ में कांग्रेस को सपोर्ट किया जा सकता है। आम आदमी पार्टी का मानना है कि गठबंधन होने पर बीजेपी को हरियाणा में हराया जा सकता है। आप की तरफ से संजय सिंह बातचीत कर रहे हैं। 

आप के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि कांग्रेस ने अपने आखिरी घोषणापत्र में दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने की बात कही थी, लेकिन अब कांग्रेस इस बात से पीछे क्यों हट रही है? कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर आप की ओर से दो बड़ी अहम बातें कांग्रेस के साथ रखी गई है। दिल्ली के साथ साथ हरियाणा में गठबंधन और दिल्ली को पूर्ण राज्य को लेकर कांग्रेस घोषणा करे। इससे पहले आप ने कांग्रेस के घोषणापत्र पर सवाल उठाते हुए कहा था कि पुड्डुचेरी को तो पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने का ऐलान किया गया है, लेकिन दिल्ली को पूर्ण राज्य बनाने की बात नहीं कही है। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *