वायनाड लोकसभा सीट से एक नहीं, तीन ‘राहुल गांधी’ चुनाव मैदान में!

 
नई दिल्ली  
   
देश में लोकतंत्र का महापर्व चुनाव चल रहा है. सभी राजनीतिक पार्टियां ज्यादा से ज्यादा सीटों पर फतह हासिल करने लिए रात-दिन एक कर रही हैं. इस चुनावी संग्राम को जीतने के लिए सियासी बिसात बिछाई जा रही हैं और तमाम दांव-पेच आजमाए जा रहे हैं. साथ ही हमेशा की तरह इस बार भी लोकसभा चुनाव में सबसे ज्यादा नजरें उन सीटों पर हैं, जहां से सत्ता पक्ष और विपक्ष के सबसे बड़े नेता चुनाव लड़ रहे हैं.

अगर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की बात करें, तो वो अमेठी लोकसभा सीट के साथ ही केरल की वायनाड सीट से भी चुनाव लड़ रहे हैं. ऐसे में वायनाड सीट सुर्खियों में बनी हुई है. राहुल गांधी देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के अध्यक्ष हैं. इसलिए उन पर भी सबकी नजर है. यहां पर तीसरे चरण में 23 अप्रैल को वोटिंग होगी है.

वायनाड सीट से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को हराने के लिए उनके नाम से दो और प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतर गए हैं. इसे कांग्रेस के वोटरों को राहुल गांधी के नाम पर भ्रमित करने और वोट काटने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है. राहुल गांधी के वायनाड से चुनाव लड़ने के चलते यह सीट हाईप्रोफाइल हो गई है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ उनके ही नाम के दो और उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, उनके नाम- राहुल गांधी के. ई. और राघुल गांधी (Raghul Gandhi) हैं.

33 वर्षीय राहुल गांधी के. ई. केरल के कोट्टयम के इरुमेली के रहने वाले हैं. वो लोक संगीत के रिसर्च स्कॉलर हैं. इतना ही नहीं, इनके छोटे भाई का नाम राजीव गांधी के. ई. है. आपको बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के  पिता नाम राजीव गांधी था. इन दोनों प्रत्याशियों ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नामांकन दाखिल करने के कुछ घंटे बाद ही अपना नामांकन दाखिल किया.

राहुल गांधी के. ई. के पिता कुंजुमन कांग्रेस और गांधी परिवार के फैन थे. उन्होंंने अपने बच्चों के नाम भी गांधी परिवार के बच्चों के नाम पर रखा. उन्होंने एक बेटे का नाम राहुल गांधी के. ई. रखा, तो दूसरे का नाम राजीव गांधी रखा.

इसके अलावा 30 वर्षीय राघुल गांधी तमिलनाडु के कोयंबटूर के रहने वाले हैं. राघुल गांधी के पिता कृष्णन पी स्थानीय कांग्रेस नेता थे, लेकिन बाद मे एआईएडीएमके में शामिल हो गए थे. उन्होंने कांग्रेस में रहने के दौरान अपने बेटे का नाम राघुल गांधी रखा. राघुल गांधी ने कहा कि उनके पिता ने उनकी बहन का नाम इंदिरा गांधी के नाम पर इंदिरा प्रियदर्शिनी रखा. वो तीसरी बार चुनाव मैदान में उतरे हैं. राघुल गांधी का कहना है कि उनके पिता ने जो उनका नाम रखा, उसका आज उनको चुनाव लड़ने में मदद कर रहा है. राहुल गांधी के. ई. के पिता पेशे से ट्रक ड्राइवर थे.

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