आपको शर्मिंदा कर सकती हैं प्रेग्नेंसी से जुड़ी ये समस्याएं

इसमें कोई शक नहीं कि मां बनना दुनिया के सबसे सुखद पलों में से एक है। प्रेग्नेंसी के दौरान अपने बच्चे को 9 महीने तक अपने शरीर के अंदर पालना और बच्चे के आने के लिए 1-1 दिन का इंतजार करना अपने आप में अनोखा अनुभव है। हालांकि प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में होने वाले अलग-अलग बदलाव की वजह से आपको कुछ ऐसी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ता है जिसकी वजह से आपको कई बार दूसरों के सामने शर्मिंदगी भी महसूस हो सकती है…

गैस और डकार
जैसे-जैसे बच्चा कोख में बढ़ने लगता है आपका पेट टाइट होने लगता है जिस वजह से डाइजेशन में भी दिक्कत आती है और आपको हर वक्त पेट में गैस और भारीपन महसूस होता है। इतना ही नहीं प्रेग्नेंसी के दौरान पिज्जा, आइसक्रीम और जंकफूड जैसी चीजें खाने की क्रेविंग होने लगती है और इस वजह से भी पेट में भारीपन और गैस की हो सकती है। लिहाजा प्रेग्नेंसी के दौरान बहुत ज्यादा फैटी फूड खाने से बचें। डिनर के बाद 20 मिनट के लिए वॉक करें।

कब्ज की दिक्कत
अमेरिकन कॉलेज ऑफ ऑब्स्टेट्रिशन और गाइनैकॉलजिस्ट्स की मानें तो प्रेग्नेंसी के दौरान किसी न किसी समय ज्यादातर महिलाओं को कब्ज की दिक्कत रहती ही है। प्रेग्नेंसी हॉर्मोन्स डाइजेशन की प्रक्रिया को धीमा कर देते हैं जिससे बच्चे के द्वारा ज्यादा पोषक तत्वों का अब्जॉर्प्शन हो जाता है और होने वाली मां को कब्ज की दिक्कत हो जाती है। लिहाजा एक्सपर्ट की सलाह से अपने खाने में फाइबर की मात्रा बढ़ाएं। आप चाहें तो डॉक्टर से सलाह लेकर लैक्सेटिव भी यूज कर सकती हैं।

निपल्स में खुजली
प्रेग्नेंसी के दौरान जैसे-जैसे डिलिवरी नजदीक आने लगती है आपका शरीर ब्रेस्टफीडिंग के लिए तैयार होने लगता है और इसलिए ब्रेस्ट और निपल्स का साइज भी बढ़ने लगता है। जब ब्रेस्ट का साइज बढ़ता है तो आसपास की स्किन स्ट्रेच होने लगती है जिससे खुजली महसूस होती है। इसके लिए आप चाहें तो नहाने के बाद विटमिन ई और कोको से भरपूर लोशन को ब्रेस्ट और निपल्स के आसपास लगाएं। खुजली की समस्या दूर होगी। सॉफ्ट कॉटन से बनी नर्सिंग ब्रा ही पहनें।

पेड़ू में होने वाला दर्द
नीचे वजाइना और ग्रोइन यानी पेड़ू के हिस्से में होने वाला दर्द प्रेग्नेंसी के चौथे-पांचवे महीने से शुरू होता है क्योंकि इस समय तक आपका शरीर बढ़ते बच्चे को अकोमोडेट करने के लिए पेल्विस के हिस्से को स्ट्रेच करने लगता है। ऐसे में आपको प्यूबिक बोन और ग्रोइन के हिस्से में तेज दर्द महसूस होता है। पेल्विस में प्रेशर कम करने के लिए जब भी बैठें तो पैरों के नीचे फुटरेस्ट या तकिए का इस्तेमाल करें।

यूरीन लीक होना
जैसे-जैसे डिलिवरी का समय नजदीक आने लगता है शरीर में मौजूद कुछ हॉर्मोन्स पेल्विक मसल्स को रिलैक्स होने का सिग्नल देने लगते हैं। इस वजह से कई बार छींकने और हंसने के दौरान यूरीन लीक हो सकता है। दूसरी तिमाही के बाद जब बच्चा ब्लैडर पर प्रेशर डालता है उस दौरान भी यूरीन लीक होने की आशंका रहती है। इस समस्या से निपटने के लिए आप चाहें तो कीगल एक्सर्साइज कर सकती हैं। ऐसा करने से पेल्विक मसल्स और ब्लैडर मजबूत बनेगा।

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