आंध्र प्रदेश के अनंतपुर में चुनावी हिंसा के बाद तनाव, धारा 144 लागू
अनंतपुर
आंध्र प्रदेश के अनंतपुर में चुनावी हिंसा के बाद इलाके में तनाव का माहौल है. यहां के ताडीपत्री इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई और शांति कायम करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती भी की गई है. गुरुवार को पहले चरण की वोटिंग के दौरान हुई हिंसा में सत्ताधारी तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) और मुख्य विपक्षी दल वाईएसआर कांग्रेस के एक-एक कार्यकर्ता की मौत हो गई थी.
पुलिस ने कहा कि झड़प दोपहर में ताडीपत्री विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत वीरापुरम गांव में हुई थी. पुलिस के अनुसार, मृतकों की पहचान वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के पुल्ला रेड्डी और टीडीपी के सिद्दा भास्कर रेड्डी के रूप में हुई थी. टीडीपी अध्यक्ष और राज्य के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ता की मौत की निंदा की और वाईएसआर कांग्रेस पर चुनाव जीतने के लिए हिंसा करने का आरोप लगाया.
मुख्यमंत्री नायडू के आरोपों पर पलटवार करते हुए वाईएसआर कांग्रेस ने आरोप लगाया कि स्थानीय टीडीपी सांसद जे सी दिवाकर रेड्डी और उनके विधायक भाई जे सी प्रभाकर रेड्डी ने वीरापुरम में एक पोलिंग बूथ पर गड़बड़ी करने की कोशिश की. वाईएसआर कांग्रेस ने दावा किया कि पुल्ला रेड्डी पर धारदार हथियार से हमला किया गया जिससे उनकी मौत हो गई.
कई बूथों पर EVM में खराबी
पहले ही चरण में आंध्र प्रदेश की 25 लोकसभा और 175 विधानसभा सीटों पर गुरुवार वोटिंग संपन्न हो गई. आंध्र प्रदेश से ईवीएम में गड़बड़ी और मशीनों के साथ तोड़फोड़ की सबसे ज्यादा शिकायतें मिली हैं. यहां के कई जिलों में EVM में खराबी आने के कारण 300 से अधिक पोलिंग बूथों पर गुरुवार देर रात तक मतदान जारी रहा. वोटिंग खत्म होने का वक्त शाम 6 बजे था. हालांकि, पोलिंग बूथ के बाहर मतदाताओं की कतार होने के कारण उन्हें वोट डालने की इजजात दी गई.
राज्य चुनाव आयोग के मुताबिक सूबे की 175 विधानसभा और 25 लोकसभा सीटों के लिए रिकॉर्ड 74 प्रतिशत से अधिक मतदान दर्ज हुआ है. चुनाव आयोग ने बताया कि वोटिंग के दौरान EVM में तोड़फोड़ करने के कुल 15 मामले सामने आये, इनमें सबसे ज्यादा 6 मामले आंध्र प्रदेश के ही थे.
राज्य में वोटिंग के लिए कुल 46,120 मतदान केंद्र बनाए गए थे जिनमें 8,514 की पहचान संवेदनशील और 520 की वाम चरमपंथ प्रभावित इलाके के तौर पर की गई थी. वामपंथी चरमपंथी इलाकों में शाम पांच बजे तक ही वोटिंग चली. ये इलाके अधिकतर ओडिशा और छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे थे. राज्य में लोकसभा की 25 सीटों के लिए 319 उम्मीदवार और विधानसभा की 175 सीटों के लिए 2,118 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला EVM में कैद हो चुका है.