अररिया में बकरा नदी में उफान, छह गांव में पानी फैलने से दस हजार लोग प्रभावित
पलासी (अररिया)
अररिया के पलासी में सीमावर्ती क्षेत्र में हुई बारिश और नेपाल जलग्रहण क्षेत्र से पानी आने से रविवार को प्रखंड से होकर बहने वाली बकरा उफना गयी। बकरा नदी का पानी पिपरा बिजवार और धर्मगंज पंचायत के छह गांवों के निचले हिस्से में फैलना शुरू हो गया। इन दोनों पंचायत के छह ग्रामीण सड़कों पर भी दो से तीन फीट तक पानी आरपार बहने लगा है। इस कारण इस इलाके के करीब 12 गांव के दस हजार लोगों की आवाजाही प्रभावित हो गई है। वहीं जलस्तर में लगातार वृद्धि होने से नदी किनारे बसे गांव सहित प्रभावितों में बाढ़ का भय सताने लगा है। ग्रामीणों के अनुसार प्रत्येक साल इस इलाके में बाढ़ आती है और इलाके को तहस नहस करती है। बकरा का पानी छपनियां, दूधा टोला छपनियां, छतराबाड़ी, भट्टाबाड़ी, धर्मगंज, जड़ियाखाड़ी तथा बकेनियां, सहित अन्य गांवों के निचले हिस्से में फैला हुआ है। रविवार को घर्मगंज, बंकेनियां, सोहदी, छतराबाड़ी और छपनियां गांव के समीप ग्रामीण सड़कों पर दो से तीन फीट बहने लगा है। इस कारण इस इलाके के छपनियां, छतराबाड़ी, बकेनियां, धर्मगंज, कदमकोला, हीरा डंगा, जड़ियाखाड़ी, पीपरा कोठी, बेलगच्छी, भट्टाबाड़ी, सोहदी तथा लकड़कट्टा गांव के करीब दस हजार लोगों की आवाजाही प्रभावित हो गया है। जबकि बकरा नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से नदी किनारे बसे आधा दर्जन गांवों पर भी नदी के कटाव का खतरा मंडराने लगा है।
पूर्व से ही धर्मगंज चतरा डायवर्सन कटाव स्थल में नाव का परिचालन जारी है। इस बाबत पंसस विनोद ऋषिदेव, मुखिया प्रतिनिधि मिथिलेश कुमार मंडल और बलराम यादव के अलावे ग्रामीण डोमी सिंह, सरवन चौधरी, संजय यादव, मायानंद यादव, राजकुमार यादव, रामा, बैजु दास, मुकेश ऋषिदेव, सत्तन दास आदि ने प्रशासन से इन सड़कों पर आवाजाही बहाल करवाने की मांग की है। इधर सीओ विजय कुमार गुप्ता ने कहा कि बकरा नदी के जलस्तर में वृद्धि होने की सूचना उन्हें भी मिली है। संबंधित कर्मचारी को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में निगरानी रखने का निर्देश दे दिया गया है।