अयोध्या केस: क्या जीसस बेथलहम में पैदा हुए थे?: सुप्रीम कोर्ट

 
नई दिल्ली 

अयोध्या में रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद को लेकर बुधवार की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में पूरी हो गई है. गुरुवार को भी सुनवाई जारी रहेगी. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अगुवाई में 5 जजों की पीठ इस मामले को सुन रही है. मंगलवार को निर्मोही अखाड़े की तरफ से दलीलें रखी गईं और अब रामलला पक्ष की तरफ से दलीलें रखी जा रही हैं.

अयोध्या मामले की सुनवाई कल तक के लिए स्थगित.
गोपाल विशारद की ओर से पेश वकील के परासरण ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि तीन जगह रामायण में यह लिखा है कि भगवान राम अयोध्या में पैदा हुए थे. इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा, क्या जीसस क्राइस्ट बेथलहम में पैदा हुए थे, ऐसा सवाल कभी कोर्ट में आया क्या. परासरण ने कहा कि उन्हें यह चीज चेक करनी पड़ेगी. 
रामलला की तरफ से परासरण ने कहा कि धर्म का मतलब रिलीजन कतई नहीं है. गीता में धृतराष्ट्र ने पूछा कि धर्मक्षेत्रे कुरुक्षेत्रे… वहां धर्मक्षेत्र का मतलब रिलीजन से कतई नहीं है.
इसके अलावा ऐतिहासिक साक्ष्य देते हुए परासरण ने कहा कि अंग्रेजों के ज़माने में भी तब की अदालत ने एक फैसले में वहां बाबर की बनाई मस्जिद और जन्मस्थान मन्दिर का ज़िक्र किया था. इस पर जस्टिस बोबड़े ने पूछा कि ऐसा ही किसी धार्मिक स्थान को लेकर दो समुदायों का कोई सवाल या विवाद दुनिया मे कहीं किसी भी अदालत में कभी आया है क्या?
 

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