अंडरवर्ल्ड डॉन रवि पुजारी नाई की दुकान से हुआ अरेस्ट

 
बेंगलुरु, मुंबई, अहमदाबाद 

गैंगस्टर रवि पुजारी को साउथ अफ्रीका में सेमेगल से गिरफ्तार किया गया। पुजारी 200 से अधिक आपराधिक केसों में वांछित था। उसे पुलिस ने सेनेगल की राजधानी में एक नाई की दुकान से 21 जनवरी को अरेस्ट किया। कर्नाटक के मुख्यमंत्री ऑफिस से दी गई जानकारी के अनुसार इस गैंस्टर को पकड़ने के लिए काफी सतर्कता बरती गई। सेनेगल से तीन बसों में पुलिस टीम पहुंची और चारों तरफ से घेरकर उसे पकड़ा गया।  
 
पुजारी की गिरफ्तारी मुंबई में फिल्म इंडस्ट्री के लिए भी राहत की खबर है। लंबे समय से उसने इंडस्ट्री के कई लोगों को धमकियां दी थीं। कइयों पर हमला भी किया था। मुंबई के जेसीपी आशुतोष दुम्बारे ने कहा कि हमारे पास उसकी गिरफ्तारी की पक्की खबर है और उसके खिलाफ हमारे पास काफी सबूत हैं और हम मजबूत केस तैयार कर रहे हैं। पुजारी के लिए इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया जा चुका था, लेकिन वह लंबे समय से फरार चल रहा था। 
 
अफ्रीका में चला रहा था रेस्तरां की चेन 
पुजारी ने साउथ अफ्रीका में अपना अच्छा कारोबार फैला लिया था और कई अफ्रीकी देशों में उसके रेस्ट्रॉन्ट की चेन चल रही है। इनमें गुएना, बुर्किना, फासो और आइवरी कोस्ट जैसे देश शामिल हैं। कर्नाटक पुलिस ने बताया कि आइवरी कोस्ट में उसके रहने के दौरान हमारे पास उसके बारे में कुछ सूचनाएं थीं, लेकिन फिर वह अचानक गायब हो गया। हालांकि, इंटेलिजेंस एजेंसी, कर्नाटक पुलिस और गुजरात एटीएस लगातार अफ्रीकी प्रशासन से संपर्क में थी और पुजारी पर नजर रखी जा रही थी। 

पुजारी की गिरफ्तारी को लेकर भी अलग-अलग जांच एजेंसी अपने दावे कर रही हैं। इस कुख्यात डॉन की गिरफ्तारी का क्रेडिट लेने की इच्छा सबकी है। कर्नाटक और गुजरात के अधिकारियों का कहना है कि पुजारी ने सेनेगल में अपना नाम एंटनी फर्नांडिस रख लिया था और उसके पास बुर्किनी का पासपोर्ट भी था। 

कर्नाटक ने एडीजी (इंटेलिजेंस) अमर पांडे को सभी प्रक्रिया पूरी कर पुजारी को डाकर से लाने की जिम्मेदारी सौंपी थी। पुजारी के सेनेगल में होने की खबर मिलने के बाद कर्नाटक पुलिस ने डाकर में भारत के राजदूत राजीव कुमार को अलर्ट किया, जिन्होंने सेनेगल के आंतरिक मंत्रालय के सामने इसे मामले को उठाया। 

गुजरात एटीएस के आधिकारियों का कहना है कि पुजारी ने पिछले कई साल में बिजनसमैंन, राजनेता और अन्य कई लोगों को 75 से ज्यादा एक्सटॉर्शन कॉल की हैं। उसने हाल ही में गुजरात के सीमेंट कारोबारी को की। एक अधिकारी ने बताया, 'पुजारी ने गुजरात में अपने टारगेट से 50 करोड़ रुपये से ज्यादा वसूले हैं। वहीं कुछ कारोबारियों से प्रॉटेक्शन मनी के तौर पर करोड़ों की मांग की थी।' एटीएस के सीनियर अधिकारी ने बताया कि पहला कदम यूके में रह रहे पुजारी के बच्चों को पहचानना था। अधिकारी ने बताया, 'इसके बाद हमले डाकर में बसे गुजरातियों की मदद से पुजारी के बारे में पता लगाया। इसके बाद मुंबई के हमारे सूत्रों ने बताया कि पुजारी के बच्चे यूके में कई साल पहले रहा करते थे।' 

गुजरात एटीएस के अधिकारी ने बताया कि पुजारी आम तौर पर चार हथियारबंद बॉडीगार्ड के साथ रहता है। अधिकारी ने बताया, 'हमने सेनेगल पुलिस से मदद ली और उन्हें उसकी पहचान के लिए कुछ डॉक्युमेंट उपलब्ध कराए।' एक अन्य अधिकारी ने बताया कि पुजारी ने प्रवासियों की मदद से 2016 में टिंटिलौ, बुर्किना और फासो में शरण ली थी। अधिकारी ने बताया, 'इसके बाद उसने टिंटिलौ में 'नमस्ते इंडिया रेस्तरां ऐंड बार' चलाया, इसकी चेन जांजिबार और तंजानिया में भी खोली।' 

अंडरवर्ल्ड से जुड़े एक सूत्र का कहना है कि पुजारी ने वास्तव में आज तक किसी को नहीं मारा है, लेकिन दूसरों के किए अपराध पर अपना दावा किया है। सूत्र का कहना है, 'वह झूठा और छोटा-मोटा अपराधी है। उसने अब तक कोई भी बहुत बड़ा काम नहीं किया है। 80 के दशक में वह अंधेरी में एक चाय की दुकान पर काम करता था, जहां से वह विनोद मटकर और रोहित वर्मा जैसे गैंगस्टर्स को चाय पहुंचाया करता था। जब वर्मा ने गैंगस्टर बाला जाल्टे की हत्या की तो पुजारी ने सिर्फ हथियार मुहैया कराए थे। इसके बाद उसका गैंगस्टर्स के साथ उठना-बैठना था। वर्मा ही पुजारी को बैंकॉक ले गया था, जहां उसने पुजारी को छोटा राजन से मिलाया था।' 
 

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