अलका लांबा के इस्तीफे पर सिसोदिया की सफाई, कहा- यह केवल अफवाह
दिल्ली
दिल्ली विधानसभा में राजीव गांधी से भारत रत्न वापस लेने के प्रस्ताव पर हुए विवाद के बाद दिल्ली की राजनीति काफी गरमा गई है। आम आदमी पार्टी नेता अलका लांबा के इस्तीफे की चर्चाओं के बीच दिल्ली के डेप्युटी CM मनीष सिसोदिया ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि किसी से कोई इस्तीफा नहीं मांगा गया है, ये सब महज अफवाह है।
मनीष सिसोदिया और सौरभ भारद्वाज ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि जो प्रस्ताव सदन में पेश किया गया था उसमें राजीव गांधी वाली बात नहीं थी। उन्होंने कहा कि हम ऐसा करने में विश्वास नहीं करते कि राजीव गांधी से भारत रत्न वापस लिया जाए, साथ ही किसी तरह का कोई इस्तीफा भी नहीं हुआ है। सिसोदिया ने कहा कि यह प्रस्ताव जरनैल सिंह ने अपनी तरफ से रखा था। बता दें कि दिल्ली विधानसभा ने 1984 के सिख विरोधी दंगे के कारण, भूतपूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को प्रदान किया गया सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘‘भारत रत्न’’ वापस लेने की मांग वाला एक प्रस्ताव शुक्रवार को पारित किया, लेकिन आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस नेता के नाम के जिक्र से अपने आप को अलग कर लिया है।
विधानसभा में घटनाक्रम के बाद अलका लांबा ने विधायक पद से इस्तीफ़ा देने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि मैं इस प्रस्ताव का समर्थन नहीं करती हूं। विधानसभा में इस प्रस्ताव को पेश किए जाने पर मैं सदन से बाहर आ गई। बाद में जब मुझे यह प्रस्ताव पारित होने की जानकारी मिली तो मैंने इस पर आप संयोजक अरविंद केजरीवाल से बात की। उन्होंने बताया कि केजरीवाल ने मुझसे विधायक पद से इस्तीफ़ा देने को कह दिया है। इसलिए मैं पार्टी प्रमुख के आदेश का पालन करते हुए इस्तीफ़ा देने जा रही हूं।
वहीं कांग्रेस भी अलका लांबा के समर्थन में उतर आई है। पार्टी प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि अगर एेसा है, तो आपने सही करा अल्का जी राजीव जी देश के लिए शहीद हुए। हम उनकी क़ुर्बानी कैसे भूल सकते हैं? जो आज तक भाजपा भी नहीं कर पाई, वो भाजपा की B टीम, AAP ने कर दिया।