WI से जीते लेकिन वर्ल्ड कप में भारत के लिए मुसीबत बन सकती है धोनी की यह कमजोरी
मैनचेस्टर
भारत ने आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 के मैच में वेस्टइंडीज को 125 रनों से हराकर टूर्नामेंट में छठी जीत दर्ज की है. भारत 11 अंकों के साथ 10 टीमों की अंकतालिका में दूसरे स्थान पर आ गया है. न्यूजीलैंड के भी 11 अंक हैं लेकिन बेहतर रन रेट के कारण भारत आगे है.
वर्ल्ड कप 2019 में अब तक भारत ने साउथ अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान, अफगानिस्तान और वेस्टइंडीज को धूल चटाई है. टूर्नामेंट में भारत का सफर तो अब तक शानदार रहा है, लेकिन अनुभवी बल्लेबाज एमएस धोनी की एक कमजोरी आने वाले बड़े मुकाबलों में टीम के लिए मुसीबत बन सकती है.
एमएस धोनी की बैटिंग पर सवाल
महेंद्र सिंह धोनी की सबसे बड़ी कमजोरी जो अब तक सामने आई है, वह है स्ट्राइक को कम रोटेट करना और डॉट बॉल अधिक खेलना. वेस्टइंडीज के खिलाफ वर्ल्ड कप मैच में महेंद्र सिंह धोनी ने 61 गेंदों पर 56 रनों की पारी खेली. धोनी ने अपनी पारी के दौरान सिर्फ 3 चौके और 2 छक्के लगाए.
धोनी की इस पारी के दौरान सबसे दिलचस्प बात यह रही कि धोनी ने अपनी 56 रनों की पारी के दौरान पहले 26 रन 45 गेंदों पर बनाए. इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 57.78 का था. धोनी ने अगले 30 रन 16 गेंदों पर बनाए.तब उनका स्ट्राइक रेट 187.50 का था.
धोनी की इस कमजोरी के कारण भारत की पारी धीमी पड़ जाती है. पिछले दो मैचों में भारत की पारी खासकर 30 ओवरों के बाद काफी धीमी हुई है. जिससे भारत 300 के स्कोर तक नहीं पहुंच पा रहा है. अफगानिस्तान और वेस्टइंडीज के खिलाफ धोनी की बैटिंग बहुत साधारण रही है.
धीमी बैटिंग से होगा ये नुकसान
सेमीफाइनल और फाइनल जैसे मुकाबलों में धोनी की इसी कमजोरी के कारण अगर भारत बड़ा स्कोर नहीं बना पाएगा तो टीम को बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ सकता है.
इससे पहले अफगानिस्तान के खिलाफ वर्ल्ड कप मैच में महेंद्र सिंह धोनी ने 52 गेंदों पर 28 रनों की पारी खेलकर फैंस को निराश कर दिया था. तब सचिन ने धोनी की बल्लेबाजी पर नाराजगी जताई थी.