UGC के निर्देश के बाद भी राजधानी के कॉलेज में छात्न और अभिभावको को फीस के लिए दबाब

भोपाल
देश भर के यूनिविर्सटी और कॉलेज में पढने वाले छात्नों से एक साथ पूरे साल या सेमेस्टर की फीस नहीं ली जाएगी। इसके लिए संस्थानों को वैकिल्पक व्यवस्था करनी होगी ताकि लॉकडाउन में हो रही आर्थिक दिक्कतों के बीच अभिभावकों पर अतिरिक्त बोझ न पडे। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने इसके लिए देश भर के संस्थानों को निर्देश जारी कर दिए हैं। जबकि राजधानी भोपाल में आईईएस इंजीनियरिंग कॉलेज में छात्न और अभिभावको को फीस को लेकर दबाव बना रहे है। इस मामले में प्रंबधन द्वारा फीस वसूलने की शिकायत सामने आ रही है।

29 जून से प्रदेश के विश्वविद्यालय में यूजी व पीजी के सेमेस्टर की परीक्षाएं होनी हैं। लॉकडाउन में हो रही आर्थिक दिक्कतों के बीच अभिभावकों पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है, इस कारण अभिभावक फीस नहीं भर पा रहे हैं। ऐसे में आईईएस कॉलेज के संचालक बीएस यादव ने छात्रों से फीस वसूलने के मामले में पिछले दो हफ्तों से दबाव बना रहे है। उन्हें परीक्षा में न बैठने की धमकी तक भी दी जा रही है। अब वह छात्रों की डिग्री रोकने और प्रायोगिक नंबर कम देने की बात कर रहे हैं। जबकि यूजीसी ने निर्देश दिए हैं कि शिक्षण संस्थानों को हालात सामान्य होने तक फीस के लिए बाध्य नहीं कर सकते हैं।

रातीबढ़ स्थित कॉलेज में छात्रों की पहले भी शिकायत आ चुकी है। ऐसे कई छात्र हैं जो प्रबंधन की मनमानी और उनकी गड़बड़ी की शिकायत कर चुके है। प्रबंधन छात्रों की छात्रवृति तक हड़प चुका है। इस मामले में छात्रों ने लिखित शिकायत कर चुके है। अब फिर से प्रबंधन की मनमानी और छात्रों को तुरंत फीस भरने पर जोर दे रहे हैं।

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