SCRB का चौकाने वाला आकंड़ा, प्रदेश में सड़क हादसों में मरने वालों की संख्या में 10 % का इजाफा
भोपाल
प्रदेश में हो रहे सड़क हादसों में मरने वालों की संख्या में चौंकाने वाला उछाल आया है। प्रदेश में वर्ष 2018 में सड़क हादसों में असमय ही काल के गाल में समाने वालों की संख्या में दस फीसदी का इजाफा हुआ है। सड़क हादसों में मौत के चौंकाने वाले आंकड़े आने के बाद पीटीआरआई इसकी समीक्षा करने में जुट गया है।
वर्ष 2014 में 8272, वर्ष 2015 में 9044, वर्ष 2016 में 8934, वर्ष 2017 में 10457 और वर्ष 2018 में 11456 की मौतें हो चुकी है। इन पांच सालों में कुल 48 हजार 163 लोगों की मौत हो चुकी है।
पीटीआरआई ने मौतों की इतनी संख्या देखने के बाद इस पर अंकुश लगाने के लिए काम करना शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी हाल ही में पुलिस मुख्यालय में रेंज आईजी, डीआईजी और पुलिस अधीक्षकों की बैठक में टैफिक व्यवस्था सुधारने और सड़क हादसों पर अंकुश लगाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद पीटीआरआई ने समीक्षा की, जिसमें पता चला कि सबसे ज्यादा मौते तेज गति से वाहन चलाने के कारण प्रदेश में हुई है।
इस दौरान वाहन चालक कई बार वाहन पर से नियंत्रण खो देते हैं और हादसा हो जाता है। वहीं ओवरलोडेंड वाहन भी जल्द ही नियंत्रण खो देते हैं, इसमें भी कई जाने चली जाती हैं। इसके अलावा नशा कर वाहन चलाना और हेलमेट का बराबरा इस्तेमाल न होना भी इसके पीछे के कारण माने गए हैं। कई जगह पर सड़क के मोड़ भी हादसों का कारण बनते हैं।