RGPV सात जुलाई से एग्जाम कराने की व्यवस्थाओं में जुटा, विद्यार्थियों का एग्जाम से इंकार

भोपाल
राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की आॅनलाइन एग्जाम देने से  80 फीसदी विद्यार्थियों ने इंकार किया है। जबकि शासन परीक्षाओं पर आगामी आदेश तक के लिए रोक लगा चुका है। इसके बाद भी आरजीपीवी सात जुलाई से एग्जाम कराने की व्यवस्थाओं में जुटा हुआ है। जबकि छह और 17 जुलाई को होने वाली डिप्लोमा परीक्षाओं को स्थगित कर चुका है। आरजीपीवी ने आनलाइन एग्जाम लेने विद्यार्थियों का मत लिया था।

अंतिम सेमेस्टर में शामिल होने वाले करीब 36 हजार विद्यार्थियों में से 80 फीसदी विद्यार्थियों ने एग्जाम देने से इंकार कर दिया है। सिर्फ बीस फीसदी विद्यार्थियों ने आनलाइन एग्जाम देने की स्वीकृति प्रदान की थी। क्योंकि उनके पास बेहतर संस्थान मौजूद हैं। करीब 30 हजार विद्यार्थियों के इंकार करने के बाद आरजीपीवी आॅनलाइन परीक्षाओं को कराने की कवायद करने में लगा हुआ है। जबकि विद्यार्थियों ने राष्टÑपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री को मैसेज भेजकर परीक्षाओं में शामिल नहीं होने की बात कही है। यहां तक विद्यार्थियों का कहना है कि परीक्षा होने पर वे अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा देंगे।

विद्यार्थियों का कहना है कि परीक्षा पूरी होने तक किसी भी विद्यार्थी को कोरोना संक्रमित होता है, तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा। ये जब विवि के अधिकारियों से लेकर राष्टÑपति तक से लिया जाएगा। जब 80 फीसदी विद्यार्थी परीक्षा में शामिल होने से इंकार कर रहे हैं, तो 20 फीसदी विद्यार्थियों के लिए सभी जान जोखिम में क्यों डाली जा रही है।

आरजीपीवी परीक्षा कराकर विद्यार्थियों को प्लेसमेंट पर भेजने और विदेशी विवि की पढ़ाई कराने के लिए भेजना चाहता है। जब पूरी दुनिया में भयाभय की स्थिति बनी हुई है। विदेश में फंसे भारतीय को वंदे मातरम अभियान के तहत भारत लाया जा रहा है। ऐसे में कौन भारतीय विद्यार्थियों को अपने देश में प्रवेश देगा। इसके पहले उन्हें विदेश जाने के लिए विदेश मंत्रालय से स्वीकृति लेना होगी, जो नहीं दी जा रही है।

संसाधन के अभाव विद्यार्थियों को एग्जाम सेंटर परीक्षा देने के लिए जाना होगा। विद्यार्थी घर बैठकर ओपनबुक एग्जाम देगा, तो ऐसी परीक्षा का क्या औचित्य है। जबकि शासन ने एग्जाम सेंटर  पर भीड़ को देखते हुए परीक्षाएं स्थगित की है। इसके बाद भी आरजीपीवी अपने अधिकारियों पर जबरिया दवाब बनाकर आॅनलाइन एग्जाम कराने की रिपोर्ट तैयार करा रहा है, ताकि कोई गड़बड़ी होने पर रिपोर्ट का सहारा लिया जा सके।

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