PM मोदी ने की CM नीतीश कुमार से बात, कहा- देते रहेंगे मदद
पटना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने सोमवार को बिहार में बाढ़ की स्थिति को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी से बात की है। पीएम मोदी ने सीएम नीतीश को हर संभव मदद का भरोसा दिया है।
पीएम मोदी ने सूबे के दोनों नेताओं से हुई बातचीत की जानकारी ट्वीट कर दी। पीएम मोदी ने कहा कि बिहार के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ के कारण उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की गई है। केंद्र सरकार बाढ़ प्रभावितों की मदद करने के लिए राज्य सरकार के साथ काम कर रही है और हम सभी आवश्यक सहायता प्रदान करना जारी रखेंगे।
नेपाल व उत्तर बिहार के तराई इलाकों में हो रही बारिश से नदियां फिर उफनाने लगी हैं। अधिकांश नदियों के जलस्तर में वृद्धि जारी है। औराई प्रखंड में बागमती लखनदेई, मनुषमारा, जोंका, कोयलामन समेत छोटी बड़ी पांच नदियों के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गई। लखनदेई पर औराई के विशनपुर व मुशहरी में बना नवनिर्मित तटबंध गुरुवार को टूट गया।
Spoke to Bihar CM @NitishKumar Ji and Deputy CM @SushilModi Ji and reviewed the situation arising due to floods in various parts of Bihar. The Centre has been working with the State Government to help those affected and we will continue providing all possible assistance needed.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 29, 2019
पश्चिमी चंपारण में सिकरहना नदी का पानी फैलने से लौरिया-रामनगर व लौरिया-नरकटियागंज पथ पर आवागमन ठप हो गया है। बगहा में गंडक सहित तमाम पहाड़ी नदियां उफान पर हैं। मधुबनी में भारी बारिश से लौकही-नरहरिया एनएच-104 मांगनपट्टी के निकट कट गई है। हालांकि कमला नदी जयनगर में खतरे के निशान से नीचे है। पूर्वी चंपारण के आदापुर के पूर्वी व दक्षिणी इलाके में पसाह में , मरधर व बंगरी पानी फैल गया है। यहां के दर्जनों गांवों के सैकड़ों घरों में पानी घुस गया है।
‘आप’ के प्रदेश प्रवक्ता चंद्र भूषण ने मांग की है कि राज्य के बाढ़ प्रभावित जिलों में प्रशासन द्वारा किए गए कार्यों पर नीतीश सरकार श्वेतपत्र जारी करे। आरोप लगाया कि सरकारी बिहार को बाढ़ से मुक्ति दिलाना ही नहीं चाहती। 2007 की भीषण बाढ़ के बाद बिहार सरकार द्वारा बाढ़ नियंत्रण पर नीलेंदु सान्याल के नेतृत्व में गठित समिति की रिपोर्ट पर कुछ नहीं किया गया। राष्ट्रीय बाढ़ आयोग के अनुसार भारत में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बिहार का 22.8 फीसदी हिस्सा है।