PCC चीफ की नियुक्ति के बाद , मंत्रियों की संख्या बढ़ाई जा सकती है
भोपाल
प्रदेश में एक बार फिर कमलनाथ मंत्रिमंडल में फेरबदल और विस्तार की अटकलें शुरू हो गई हैं। हालांकि मंत्रिमंडल का विस्तार प्रदेश कांग्रेस कमेटी का मुखिया तय होने के बाद ही होगा। संभावित फेरबदल में मंत्रियों की परफॉर्मेंस रिपोर्ट को देखा जाएगा। अपने आठ महीने के कार्यकाल में खराब परफॉर्मेंस वाले कुछ मंत्रियों की मंत्रिमंडल से विदाई भी हो सकती है, जबकि कुछ मंत्रियों के विभाग बदले जाएंगे।
कमलनाथ मंत्रिमंडल में अभी 28 मंत्री हैं, जबकि मंत्रियों की संख्या 6 और बढ़ाई जा सकती है। ऐसे में निर्दलीय एवं बसपा, सपा के आधा दर्जन से ज्यादा विधायक मंत्री बनने के लिए लॉबिंग कर रहे हैं। हालांकि यह अभी स्पष्ट नहीं है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ मंत्रिमंडल का विस्तार कब करेंगे। कांग्रेस संगठन सूत्रों ने बताया कि सबसे पहले पीसीसी अध्यक्ष की नियुक्ति होना है। संभवत: नए पीसीसी अध्यक्ष का फैसला इस महीने में हो सकता है। हालांकि संगठन की ओर से अभी इस संबंध में कोई स्पष्ट नहीं किया है। पीसीसी चीफ तय होने के बाद ही मप्र में मंत्रिमंडल विस्तार मंथन होगा। सूत्रों ने बताया कि मंत्रिमंडल विस्तार में मौजूदा मंत्रियों की परफॉर्मेँस रिपोर्ट अहम होगी। मंत्रियों के काम-काज और विभागों की रिपोर्ट के आधार पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने रिपोर्ट खुद तैयार की है। ऐसे मंत्री जो विभाग की प्राथमिकता वाले कार्यों को कराने में फिसड्डी रहे हैं, उनके या तो विभाग बदले जाएंगे या फिर उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा।
ज्यादातर के बदलेंगे विभाग
मंत्रिमंडल के संभावित फेरबदल में ज्यादातर मंत्रियों के विभाग बदलेंगे। क्योंकि मीडिया रिपोर्ट में भी कुछ मंत्रियों की रिपोर्ट सही नहीं आई है। इसके अलावा तबादलों को लेकर भी कुछ मंत्रियों की मनमानी की शिकायत मुख्यमंत्री तक पहुंची है। ऐसे में विभाग एवं प्रभार वाले जिलो में तबादलों में जमकर मनमानी की गई है। मंत्रियों के इस रवैए से मुख्यमंत्री खफा है। यही वजह है कि मंत्रियों के पर कतरे जाएंगे।