ONGC ने तैयार की नई ऊर्जा रणनीति; तेल, गैस उत्पादन दोगुना करने का लक्ष्य
नयी दिल्ली
सार्वजनिक क्षेत्र की आॅयल एंड नेचुरल गैस कारपोरेशन (ओएनजीसी) ने अपने घरेलू और वैश्विक तेल क्षेत्रों से तेल और गैस उत्पादन दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। साथ ही कंपनी ने रिफाइंिनग क्षमता तीन गुनी करने और अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में कदम रखने की योजना बनायी है। कंपनी ने 2040 के लिये दृष्टिकोण पत्र में ये लक्ष्य तय किये हैं। कंपनी के चेयरमैन शशि शंकर ने यह कहा।
उन्होंने कहा कि ‘ओएनजीसी ऊर्जा रणनीति 2040’ में कंपनी को एक विविध ऊर्जा इकाई बनाने के साथ खोज एवं उत्पादन कारोबार से इतर अन्य कारोबार का बेहतर योगदान, आय में तीन गुनी वृद्धि और 5-6 गुना बाजार पूंजीकरण का दृष्टिकोण रखा गया है।
कंपनी ने वित्त वर्ष 2018-19 में घरेलू तेल क्षेत्रों से 2.42 करोड़ टन कच्चे तेल और 2.58 अरब घन मीटर प्राकृतिक गैस का उत्पादन किया। इसके अलावा 1.01 करोड़ टन तेल और 4.736 अरब घन मीटर गैस विदेशी तेल क्षेत्रों से उत्पादित किये गये।
ओएनजीसी का कारोबार 31 मार्च 2019 को समाप्त वित्त वर्ष में 109,654 करोड़ रुपये और शुद्ध लाभ 26,715 करोड़ रुपये रहा। कंपनी का बाजार पूंजीकरण 16 अगस्त को 164,458 करोड़ रुपये रहा।
शंकर ने कंपनी की ताजा सालाना रिपोर्ट में कहा कि ओएनजीसी निदेशक मंडल ने हाल ही में कंपनी तथा उसकी अन्य समूह इकाइयों के लिये व्यापार खाका ‘ओएनजीसी ऊर्जा रणनीति 2040’ को मंजूरी दी।
इस दृष्टिकोण पत्र में खोज एवं उत्पादन, रिफाइंिनग, विपणन और अन्य कारोबार से आय में तीन गुना वृद्धि, शुद्ध लाभ में चार गुना बढ़ोतरी, इसमें गैर तेल ओर गैस कारोबार से 10 प्रतिशत योगदान तथा मौजूदा बाजार पूंजीकरण में 5-6 गुना वृद्धि का लक्ष्य रखा गया है।
इसमें कहा गया है, ‘‘रणनीतिक रूपरेखा में भविष्य के लिये संगठन बनाने पर जोर है। इसकी वृद्धि के लिये खोज एवं उत्पादन कारोबार को सुदृढ़ करने, रिफाइंिनग और पेट्रोरसायन क्षेत्र में विस्तार और अक्षय ऊर्जा (पवन ऊर्जा) जैसे क्षेत्रों में कदम रखने की बात कही गयी है।’’
कंपनी ने तेल एवं गैस उत्पादन को मौजूदा स्तर से करीब दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। इसके लिये घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में संचयी आधार पर क्रमश: 2 प्रतिशत और 5 प्रतिशत वृद्धि का लक्ष्य रखा गया है।
इसके अलावा ओएनजीसी की अक्षय ऊर्जा स्रोतों में निवेश की योजना है। कंपनी ने पवन ऊर्जा पर जोर के साथ 5,000 से 10,000 गीगावाट बिजली उत्पादन क्षमता का लक्ष्य रखा है।
कंपनी पर अपने पुराने तेल क्षेत्रों से घटते उत्पादन को बढ़ाने का दबाव है। इसके लिये ओएनजीसी घरेलू उत्पादन में कमी को थामने के लिये भारी निवेश कर रही है। साथ ही विदेशों में स्थित संपत्तियों पर भी गौर कर रही है।