Lockdown से 15 दिन पहले ही इंदौर में घुस चुका था कोरोना, रिपोर्ट की देरी ने बिगाड़ा खेल
इंदौर
कोरोनावायरस (Coronavirus) यूं तो पूरे देश में पैर पसार चुका है, लेकिन कुछ जगहों पर यह खतरनाक रूप ले चुका है. इनमें मध्य प्रदेश का शहर इंदौर (Indore) भी शामिल है. यहां 250 से अधिक लोग कोविड-19 वायरस (Covid-19) से संक्रमित हो चुके हैं, जिनमें से 27 की मौत हो चुकी है. केंद्र सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक इंदौर में लॉकडाउन (Lockdown) से 15 दिन पहले ही कोरोनावायरस की घुसपैठ हो चुकी थी.
केंद्र सरकार की रैपिड रिस्पांस टीम ने यह खुलासा किया है. दैनिक भास्कर के मुताबिक जब इस टीम ने इंदौर में कोरोना से उपजे हालात का जायजा लिया तो पता चला कि शहर के पहले छह मरीज 8 से 11 मार्च के बीच कोरोनावायरस की चपेट में आ चुके थे. हालांकि, इनमें बीमारी के लक्षण 14 से 18 मार्च के बीच सामने आए. किसी भी बीमारी का इनक्यूबेशन पीरियड छह दिन माना जाता है. इसका मतलब यह है कि लक्षण दिखने से छह दिन पहले ही ये लोग वायरस से संक्रमित हो चुके थे.
कोरोनावायरस के खतरे के कारण इंदौर प्रशासन ने जिले में 23 मार्च से तीन दिन का लॉकडाउन घोषित किया था. मरीज बढ़ने से 25 मार्च से शहरी सीमा में कर्फ्यू लगा दिया गया था. इससे एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा कर दी थी.
केंद्र सरकार ने अपनी रैपिड रिस्पांस टीम को पिछले हफ्ते इंदौर भेजा था. इस टीम में एम्स भोपाल से एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अभिजीत पखारे, डॉ. आनंद कुमार मौर्य और डॉ. परमेश्वर सत्पथी शामिल थे. इन तीनों ने शहर में 1 अप्रैल तक मिले पॉजिटिव केस के आधार पर यह रिपोर्ट तैयार की है. तब तक शहर में 75 लोग कोरोना से संक्रमित थे, जिनमें 38 ऐसे थे जिनमें कोई लक्षण नहीं थे. पॉजिटिव मरीज के संपर्क में होने के कारण उनके सैंपल लिए गए थे.
11 अप्रैल तक शहर में 250 से अधिक लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. ज्यादातर मरीजों की ट्रैवल हिस्ट्री नहीं मिली है. इस कारण संक्रमण रोकना मुश्किल हो रहा है. रिपोर्ट में क्वारेंटाइन व्यवस्था पर भी सवाल उठाए गए हैं. फिलहाल शहर के बाहर 12 जगह चिह्नित की गई हैं जहां लोगों को क्वारेंटाइन किया जा रहा है. रिपोर्ट में कहा गया है कि क्वारेंटाइन सेंटर्स पर सभी को भेजने की बजाय हाई रिस्क वालों को ही रखा जाना चाहिए. एक्टिव केस का 14 दिन और पैसिव केस का 28 दिन तक सर्विलांस के लिए कहा गया है.