IS कासरगोड मॉड्यूल: NIA के केरल में 3 जगह छापे, जाकिर के भाषण की CD मिली
कासरगोड
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने रविवार सुबह केरल के तीन स्थानों पर छापे मारे. यह छापेमारी आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के कासरगोड मॉड्यूल केस 2016 के सिलसिले में की गई. एनआईए ने सर्च ऑपरेशन के दौरान केरल के कासरगोड में दो और पलक्कड़ में एक संदिग्ध व्यक्ति यानी कुल तीन लोगों के घरों में तलाशी की. जिनसे छापेमारी कई संदिग्ध चीजें बरामद हुई हैं, जिन्हें एनआईए ने जब्त कर लिया है. राज्य की पुलिस ने कहा है कि एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया है.
एनआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने राष्ट्रीय राजधानी में कहा, ‘एजेंसी ने तीन संदिग्धों के आवासीय परिसरों पर छापे मारे. इसमें से दो स्थान कासरगोड और एक पलक्कड़ में है.’
अधिकारी ने कहा कि एजेंसी को खुफिया जानकारी मिली कि तीन लोगों के संबंध कथित तौर पर उन कुछ संदिग्धों से हैं, जो आईएस में शामिल होने के लिए भारत से भाग चुके हैं. इसी जानकारी के आधार पर छापे मारे गए.
तिरुवनंतपुरम में केरल पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि एनआईए ने एक व्यक्ति को पलक्कड़ से हिरासत में लिया है. यह जिला तमिलनाडु की सीमा से लगा हुआ है.
कोलेनगोड पुलिस थाने के एक अधिकारी ने कहा कि एनआईए ने उनसे संपर्क किया और सुरक्षा मांगी.
अधिकारी ने कहा, ‘हम उनके साथ हैं और उन्होंने एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है. उसे हिरासत में लेने के बाद वे कोच्चि लौट गए.’
कासरगोड में भी एनआईए अधिकारियों ने दो लोगों को नोटिस जारी किया है, और उन्हें सोमवार को कोच्चि स्थित एनआईए के कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा है. दोनों की पहचान अबुबकर और अहमद के रूप में हुई है.
धार्मिक भाषणों की डीवीडी मिलीं
एनआईए की छापेमारी में तीन संदिग्ध लोगों के घर से कई संदिग्ध चीजें बरामद हुई हैं, जिनमें मोबाइल फोन सहित कई डिजिटल उपकरण शामिल हैं. सिम कार्ड्स, मेमोरी कार्ड्स, पेन ड्राइव, अरबी और मलयालम में हस्तलिखित नोटों के साथ डायरी, विवादास्पद इस्लामिक उपदेशक डॉक्टर जाकिर नाइक के भाषणों की सीडी-डीवीडी और उसकी किताबें मिली हैं. साथ ही सैयद कुत्थेब की किताबें भी मिली हैं.
तीन संदिग्धों से मिले सभी सामानों को एनआईए ने जब्त कर लिया है. डिजिटल उपकरणों को फोरेंसिक जांच और विश्लेषण के लिए भेजा दिया है. तीनों संदिग्धों से एनआईए पूछताछ कर रही है.
एनआईए के अनुसार, साजिश के हिस्से के रूप में कासरगोड के 14 आरोपी 2016 में मई और जुलाई के बीच भारत या फिर मध्यपूर्व में अपने कार्यस्थलों को छोड़कर अफगानिस्तान या सीरिया चले गए, जहां वे आईएस में शामिल हो गए.