Gandhi Death Anniversary: महात्मा गांधी को समझना है, तो जरूर पढ़ें उन पर लिखी ये किताबें

 
नई दिल्ली 

आज महात्मा गांधी की पुण्यतिथि है. दुनिया में कई लोगों के प्रेरणास्त्रोत रहे गांधी का जीवन संघर्ष से भरा रहा. उनके इस संघर्षपूर्ण जीवन पर कई किताबें भी लिखी गई हैं. गांधी खुद भी एक अच्छे नेता होने के साथ ही अच्छे लेखक भी थे, जिन्होंने कई किताबें लिखी हैं.अगर आप भी गांधी के जीवन से जुड़ी बातें, उनके संघर्ष, उनके विचार और उनकी सोच के बारे में कुछ जानना चाहते हैं तो आप उन पर लिखी गई किताबें पढ़ सकते हैं. आइए जानते हैं कि उन किताबों के बारे में, जो  गांधी को जानने में आपकी मदद कर सकती है…
गांधी: द ईयर्स डेट चेंज्ड द वर्ल्ड (1914-1948)
यह किताब जाने माने इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने लिखी है. किताब गांधी के जीवन की कहानी बताती है और इसमें गांधी के साउथ अफ्रीका से भारत लौटने से लेकर उनकी मृत्यु तक की विस्तृत जानकारी है. यह गांधी की बायोग्राफी किताबों में से एक है. 
गांधी बिफोर इंडिया
यह किताब भी रामचंद्र गुहा ने लिखी है, जो दो भागों में प्रकाशित हुई और यह एक उसका पहला भाग है. इस किताब में गांधी के भारत लौटने से पहले की यात्रा के बारे में लिखा गया है. बता दें कि गांधी ने एक वकील के रूप में कई साल साउथ अफ्रीका में बिताए थे और सिविल राइट्सकार्यकर्ता के रूप में भी कार्य किया था. यह पुस्तक शुरुआती सालों में गांधी के व्यक्तित्व के बारे में बताती है. 
गांधी: प्रिसनर ऑफ ऑफ
यह किताब Judith M. Brown ने लिखी है. इसमें गांधी की शुरुआती जिंदगी, वकील के रुप में उनके करियर, साउथ अफ्रीका में रंगभेद के खिलाफ उनके संघर्ष के बारे में विस्तार से लिखा गया है. 
वेटिंग फॉर द महात्मा
यह किताब आरके नारायण ने लिखी है. किताह में इस बात का अध्ययन है कि गांधीवादी क्रांति का भारतीय जन साधारण पर कैसा असर रहा. इस किताब का हिंदी अनुवाद महात्मा का इंतजार हिंदी पाठकों के लिए अच्छी किताब साबित हो सकती है. 
द लाइफ ऑफ महात्मा गांधी
यह किताब मशहूर इतिहासकार और गांधी के करीबी दोस्तों में से एक Loius Fischer ने लिखी है. इस किताब में भारत से अंग्रेजों को भगाने के लिए उनकी ओर से इस्तेमाल की गई नैतिकता और रणनीतियों के बारे में विस्तार से बताया गया है. इस किताब पर एक फिल्म भी बनी है, जिसेआठ अकादमी पुरस्कार मिले थे. 
बता दें कि महात्मा गांधी खुद भी एक अच्छे लेखक थे. उनके विचार और उनके संघर्ष के बारे में जानने के लिए उनकी ही लिखी गई किताबें काफी कारगर साबित हो सकती है. गांधी लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से समाचार पत्र या फिर किसी व्यक्ति विशेष के बारे में लिखा करतेथे. उनकी किताब An Autobiography or The Story of My Experiments with Truth (1927) उनकी आत्मकथा है. 
यह उनकी मशहूर किताबों में सबसे प्रमुख है. इस किताब में गांधी जी ने 1920 तक अपने जीवन का व्यक्तिगत और अध्यात्मिक वर्णन किया है. साथ ही उन्होंने इस किताब में अपने जीवन से जुड़ी कुछ मुख्य ऐतिहासिक घटनाओं का भी वर्णन किया है. गांधी को पढ़ने के लिए गांधी कीये किताब बहुत मददगार है. इस किताब में उन्होंने अपने सिद्धांतो और कठोर दृढ़संकल्पों के बारे में भी लिखा है. इसके अलावा भी गांधी की कई किताबें, जिन्हें आप पढ़ सकते हैं. 
यह किताब हो गई थी बैन
बता दें कि अमेरिकी लेखक स्टैनले वोलपर्ट की फिक्शन रचना 'नाइन ऑवर्स टू रामा' को भारत में बैन कर दिया गया था. दरअसल, इस किताब में स्टैनले ने गोडसे के हाथों गांधी की हत्या के आखिरी नौ घंटों के बारे में बताया था. इसके बाद इस किताब पर बनी एक फिल्म पर भी बैनलगा दिया गया था.

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