CM कमलनाथ की मौजूदगी में जिला पंचायत व जनपद पंचायत अध्यक्ष हुए शामिल
भोपाल
प्रदेश सरकार ग्राम स्वराज की महात्मा गांधी की अवधारणा और इसके लिए पूुर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की परिकल्पना को साकार करने का काम प्रदेश सरकार करेगी। यह घोषणा मुख्यमंत्री कमलनाथ और पंचायत व ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल की मौजूदगी में आज राजधानी में आयोजित पंचायत राज प्रतिनिधियों, स्वसहायता समूहों के अध्यक्षों व पंचायत सचिवों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में की गई।
इस दौरान दो दर्जन से अधिक जिला पंचायत व जनपद पंचायत अध्यक्षों ने मुख्यमंत्री कमलनाथ की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा की। इस मौके पर मुख्यमंत्री नाथ ने 2003 के पहले की कांग्रेस सरकार के समय लागू पंचायत राज व्यवस्था को फिर शुरू करने तथा पंचायतों को और पावरफुल बनाने की घोषणा भी की। इसके बाद पंचायतों के जो काम दूसरे विभागों के अधीन हो गए थे वे अब पंचायतों को मिल जाएंगे।
राजधानी में भेल के दशहरा मैदान में हो रहे सम्मेलन में राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के अंतर्गत त्रिस्तरीय पंचायत राज प्रतिनिधियों एवं स्वसहायता समूहों के अध्यक्ष, सचिव का प्रशिक्षण और क्षमतावृद्धि कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें पंचायत राज से संबंधित गतिविधियों को प्रजेंटेशन किया गया। यहां लगाई गई विभागीय प्रदर्शनी का उद्घाटन मुख्यमंत्री ने किया। इस दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाली पंचायतों तथा स्व सहायता समूहों का प्रस्तुतिकरण भी हुआ।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथियों को स्मृति चिन्ह भी दिए गए। कार्यक्रम में छिंदवाड़ा के आदिवासियों ने नृत्य प्रस्तुत किया। मंच पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व पीएम स्व. राजीव गांधी की तस्वीरों के माध्यम से यह संदेश भी दिया गया कि अब राजीव जी के सपनों का भारत बनेगा।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान जिन जिला पंचायतों के अध्यक्षों ने कांग्रेस का दामन थामा है उनमें जिला पंचायत अध्यक्ष छिंदवाड़ा कांता ठाकुर, कटनी ममता पटेल, रतलाम प्रमेश मेड़ा, पन्ना रविराज यादव, भोपाल मनमोहन नागर, ग्वालियर मनीषा यादव तथा नरसिंहपुर संदीप पटेल के नाम शामिल बताए जा रहे हैं। इनके अलावा दो दर्जन जनपद पंचायत अध्यक्षों को भी कांग्रेस की सदस्यता दिलाने का काम किया गया।