BSNL-MTNL के 92,700 कर्मी छोड़ेंगे नौकरी

नई दिल्ली
सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनियों भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) और महानगर टेलिफोन निगम लिमिटेड (एमटीएनएल) की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) योजना मंगलवार (तीन दिसंबर) को बंद हो गई। अधिकारियों के अनुसार, दोनों कंपनियों के कुल 92,700 कर्मचारियों ने वीआरएस के लिए आवेदन किया है। इसमें बीएसएनएल के 78,300 कर्मचारियों और एमटीएनएल के 14,378 कर्मचारियों ने आवेदन किया है।

बीएसएनएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक पीके पुरवार ने बताया, ‘सभी सर्किलों से मिली जानकारी के अनुसार, योजना बंद होने के समय तक करीब 78,300 कर्मचारियों ने वीआरएस के लिए आवेदन किया है। यह हमारे लक्ष्य के अनुरूप है। हम करीब 82,000 कर्मचारियों की संख्या घटने की उम्मीद कर रहे हैं। वीआरएस के लिए आवेदन करने वालों के अलावा 6,000 कर्मचारी ऐसे हैं जो सेवानिवृत्त हो गए हैं।’ बीएसएनएल और एमटीएनएल ने वीआरएस के लिए आवेदन करने की अंतिम तारीख तीन दिसंबर तय की थी।

500 करोड़ रह जाएगा वार्षिक वेतन बिल
एमटीएनएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक सुनील कुमार ने बताया कि कंपनी के कुल 14,378 कर्मचारियों ने वीआरएस के लिए आवेदन किया है। हमारा लक्ष्य 13,650 कर्मचारियों का था। कुमार ने कहा कि इससे हमारा वार्षिक वेतन बिल 2,272 करोड़ रुपये से घटकर 500 करोड़ रुपये रह जाएगा। उन्होंने कहा, ‘अब हमारे पास 4,430 कर्मचारी बचेंगे जो परिचालन के लिए पर्याप्त हैं।’

बीएसएनएल और एमटीएनएल का होगा मर्जर
आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने बीएसएनएल और एमटीएनएल के मर्जर का ऐलान किया है। गत अक्‍टूबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट ने इस पर मुहर लगा दी। उसी समय कर्मचारियों के लिए वीआरएस स्कीम की भी घोषणा कर दी गई थी। सरकार ने घाटे में चल रही सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनियों के लिए 68,751 करोड़ रुपये के रिवाइवल पैकेज को मंजूरी दी है।

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