BJP नेता की फैक्ट्री में 11 आदिवासियों से कराई जा रही थी बंधुआ मजदूरी, मुक्त
लोरमी
छत्तीसगढ़ में मुंगेली जिले के लोरमी इलाके में लोगों को बंधक बनाकर मजदूरी कराने का मामला सामने आया है. इस खबर के बाद से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है. मामले का खुलासा जिले की पुलिस अधीक्षक पारुल माथुर ने किया है. दरअसल, इसकी शिकायत एसपी पारुल माथुर को बंधुआ मजदूरों के परिजनों से मिली थी, जिसके बाद उन्हेंने तत्परता दिखाते हुए एसडीओपी और लेबर इंस्पेक्टर की टीम को मौके पर भेजा. इसके बाद टीम ने बंधक बनाए गए मजदूरों को रिहा कराया.
बता दें कि लोरमी के गोल्हापारा स्थित बीजेपी नेता शत्रुघ्न साहू की गुड़ फैक्ट्री में 11 आदिवासियों को जबरन बंधक बनाकर काम कराया जा रहा था. बंधक बनाए गए मजदूरों में 5 नाबालिग लड़कियां भी शामिल थी. इन मजदूरों को किसी से मिलने या बात करने नहीं दिया जा रहा था और तो और उन्हें मजदूरी तक नहीं दी जा रही थी. इस दौरान सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची टीम ने 5 नाबालिग समेत 11 बैगा आदिवासियों को सफलतापूर्वक छुड़वा लिया.
बहरहाल, मुंगेली एसपी पारुल माथुर की गंभीरता और तत्परता से गुड़ फैक्ट्री में बंधक बनाकर जबरन मजदूरी कराए जा रहे सभी 11 मजदूरों को छुड़ा लिया गया है. गौरतलब है कि सभी बंधक मजदूर वनांचल के बिजराकछार गांव के ही हैं. फिलहाल, मजदूरी भुगतान दिलाने समेत आरोपी फैक्ट्री संचालक के खिलाफ लेबर एक्ट और जुवेनाइल जस्टिस एक्ट तहत कार्रवाई की जा रही है.