ABVP के खिलाफ SFI ने दर्ज कराई शिकायत: जादवपुर यूनिवर्सिटी हंगामा
नई दिल्ली
कोलकाता का जादवपुर यूनिवर्सिटी एक बार फिर चर्चा में है. केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो पर हमले के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) प्रदर्शन कर रही है तो इस बीच वामपंथी छात्र संगठन स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. हालांकि एसएफआई ने केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो या फिर किसी अन्य नेता के खिलाफ कोई शिकायत नहीं दर्ज कराई.
लेफ्ट की ओर से हंगामे के लिए एबीवीपी के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है. कोलकाता की सड़कों पर बीजेपी कार्यकर्ता बड़े स्तर पर विरोध रैली निकाल रहे हैं. इस बीच बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष जय प्रकाश मजूमदार ने आरोप लगाते हुए कहा कि बाबुल सुप्रियो पर वामपंथी छात्र संगठन स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) और नक्सल छात्रों ने हमला किया और उनके साथ मार-पीट भी की है. राज्य में किसी तरह की कोई कानून व्यवस्था नहीं है.
बीजेपी का प्रदर्शन
केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो पर हमले की बीजेपी ने कड़ी निंदा की है. वह कई जगह पर प्रदर्शन कर रही है. आसनसोल में पार्टी ने सड़क जाम कर दिया है. यूनिवर्सिटी में हंगामे को देखते हुए राज्यपाल जगदीप धनखड़ वहां पहुंचे और बड़ी मुश्किल से बाबुल को वहां से निकालकर परिसर से बाहर ले जाने में कामयाब हुए. हालांकि सरकार को सूचित किए बगैर केंद्रीय मंत्री या फिर राज्यपाल के कैंपस में जाने का सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने आपत्ति जताई है और इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया.
जादवपुर यूनिवर्सिटी में गुरुवार को छात्रों के एक समूह ने केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो का घेराव किया और उन्हें काले झंडे दिखाए. केंद्रीय मंत्री एबीवीपी की ओर से आयोजित एक सेमिनार को संबोधित करने के पहुंचे थे. जैसे ही वह यूनिवर्सिटी कैंपस में पहुंचे तो कई वामपंथी छात्रों ने उन्हें घेर लिया और नारेबाजी करते हुए वहां से चले जाने को कहा. छात्रों ने 'बाबुल सुप्रियो वापस जाओ, वापस जाओ' के नारे लगाए.
छात्रों ने केंद्रीय मंत्री को घेरा
इस दौरान वामपंथी छात्र संगठनों ने बाबुल सुप्रियो के खिलाफ नारेबाजी के साथ उनके साथ बदसलूकी भी की. कहा जा रहा है कि स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) ने बाबुल सुप्रियो को कल 6 घंटे तक बंधक बनाकर रखा था.
हंगामे के बीच वाइस चांसलर सुरंजन दास ने छात्रों को समझाने की कोशिश भी की. हालांकि बाबुल सुप्रियो और छात्रों के बीच नोक-झोंक जारी रही. सुप्रियो ने कहा, 'आप लोग मुझे भड़काना चाह रहे हैं, हंगामा कर रहे हैं. लेकिन आप मुझे बाहर नहीं कर सकते. जब तक आप शांत नहीं हो जाते, मैं नहीं जाऊंगा.'
इसके बाद वहां पहुंचे राज्यपाल जगदीप धनकड़ जब बाबुल सुप्रियो को साथ निकलने की कोशिश करने लगे तो उन्हें भी छात्रों के विरोध का सामना करना पड़ा. लंबी जद्दोजहद के बाद राज्यपाल किसी तरह बाबुल सुप्रियो को अपनी कार में लेकर यूनिवर्सिटी परिसर से रवाना हुए.