ग्लोबल बिजनेस फोरम में बोले मोदी- अच्छे व्यापार के लिए भारत आइये
न्यूयॉर्क
न्यूयॉर्क में ब्लूमबर्ग ग्लोबल बिजनेस फोरम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज भारत में फिर उस सरकार को देख रहे हैं, जो अपने पांच साल के कार्यकाल को लेकर जनता के बीच गई और फिर से ज्यादा सीटों के साथ जीतकर सत्ता पर आई. भारत की जनता ने यह भी दिखाया है कि वह विकास पर यकीन करती है. जनता उस सरकार के साथ खड़ी है, जो कारोबार के माहौल को बनाने के लिए बड़े से बड़े और कड़े से कड़े फैसले लेने में पीछे नहीं हटती है.
वैश्विक कारोबारियों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमने कॉरपोरेट के सेक्टर में भारी टैक्स कटौती करने का बड़ा फैसला लिया है. यह क्रांतिकारी फैसला है. हमने नई सरकार बनने के बाद 50 से ज्यादा उन कानूनों को खत्म कर दिया है, जो कारोबार के मार्ग में बाधा हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि यह तो सिर्फ एक शुरुआत है. अभी लंबा समय बाकी है. यह भारत के साथ कारोबार करने के लिए दुनिया के कारोबारियों के लिए गोल्डन अवसर है. गरीबी खत्म हो रही है और लोगों की खरीदने की क्षमता भी बढ़ रही है.
वैश्विक कारोबारियों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अगर वैश्विक कारोबारी भारत के बाजार में निवेश करना चाहते हैं, तो उनका स्वागत है. अगर आप भारत में कारोबार शुरू करना चाहते हैं, तो भारत में सभी क्षेत्र में निवेश के अवसर हैं. अगर आप आना चाहते हैं, तो आपका स्वागत है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अगर आप शहरीकरण में भी निवेश करना चाहते हैं, तो भी आपका स्वागत है. हमने रक्षा क्षेत्र में भी निवेश के लिए भी रास्ता खोल दिया है. उन्होंने कहा कि हमने भारत को पांच ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्लूमबर्ग ग्लोबल बिजनेस फोरम में बोलते हुए कहा कि भारत लगातार देश में बिजनेस का सही माहौल तैयार करने की कोशिश कर रहा है. भारत का टैक्स दरों में कटौती करने का फैसला ऐतिहासिक है. हम इनफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने पर काम कर रहे हैं. सड़क, रेल और हवाई सुविधाएं बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं. इंफ्रास्ट्रक्चर पर हम 100 लाख करोड़ खर्च करेंगे.
पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत में एक ऐसी सरकार है जो बिजनेस वर्ल्ड का सम्मान करती है, वेल्थ क्रिएशन का सम्मान करती है. आपकी जानकारी में होगा कि अभी कुछ दिन पहले ही हमने कॉरपोरेट टैक्स में भारी कमी करने का फैसला लिया है. ये निवेश के स्तर से बहुत क्रांतिकारी कदम है और इस फैसले के बाद मेरी बिजनेस वर्ल्ड के जितने भी लोगों से बात हुई, मुलाकात हुई, वो इसे बहुत ऐतिहासिक मान रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस दौरान निवेश बढ़ाने के लिए एक के बाद एक कई फैसलों का ऐलान सरकार द्वारा किया गया है. हमने 50 से ज्यादा ऐसे पुराने कानूनों को भी समाप्त कर दिया है, जो विकास के कार्यों में बाधा उत्पन्न कर रहे थे. मैं आपको फिर याद दिला दूं, हमारी नई सरकार को अभी तीन-चार महीने से ज्यादा नहीं हुए हैं. आज इस मंच से मैं कहना चाहता हूं कि ये तो अभी शुरुआत हुई है. अभी लंबा समय आगे बाकी है. इस सफर में भारत के साथ पार्टनरशिप करने के लिए ये पूरे विश्व के बिजनेस वर्ल्ड के लिए सुनहरा मौका है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब 2014 में हम सरकार में आए थे, तो देश की इकॉनमी करीब-करीब 2 ट्रिलियन डॉलर के आसपास थी. बीते पांच वर्षों में हमने इसमें लगभग एक ट्रिलियन डॉलर और जोड़ दिया. और अब हम कमर कसकर 5 ट्रिलियन डॉलर के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए काम कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अब हम आने वाले वर्षों में 100 लाख करोड़ रुपये यानी लगभग 1.3 ट्रिलियन डालर आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च करने जा रहे हैं. इसके अलावा भारत के सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी लाखों करोड़ रुपए खर्च किए जा रहा हैं. भारत की ग्रोथ स्टोरी में क्वालिटेटिव और क्वांटिटेटिव लीप का रोडमैप जमीन पर उतर चुका है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अब भारत ने एक बड़ा लक्ष्य रखा है- देश को 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने का. जब 2014 में हम सरकार में आए थे, तो देश की इकॉनॉमी करीब-करीब 2 ट्रिलियन डॉलर के आसपास थी. बीते पांच वर्षों में हमने इसमें लगभग एक ट्रिलियन डॉलर और जोड़ दिया. और अब हम कमर कसकर 5 ट्रिलियन डॉलर के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए काम कर रहे. आज भारत की ग्रोथ स्टोरी के चार अहम फैक्टर हैं, जो एक साथ दुनिया में मिलने मुश्किल हैं. ये 4 फैक्टर हैं, डेमोक्रेसी (Democracy), डेमोग्राफी (Demography), डिमांड (Demand) और निर्णय (Decisiveness).
पीएम ने बताया क्यों करें भारत में निवेश
टैक्स सुधार के अलावा दुनिया का सबसे बड़ा वित्तीय समावेशन में भारत में बहुत कम समय में हुआ है. करीब 370 मिलियन लोगों को बीते 4-5 साल में बैंकिंग से पहली बार जोड़ा गया है. आज भारत के करीब-करीब हर नागरिक के पास यूनीक आईडी, मोबाइल फोन और बैंक अकाउंट है, जिसके कारण लक्षित सेवा वितरण (Targeted Service Delivery) में तेजी आई. लीकेज (Leakage) बंद हुई और ट्रांसपेरेंसी कई गुना बढ़ी है. न्यू इंडिया में हमने डी-रेगुलेशन, डी-लाइसेंसिंग और डी-बॉटलनैकिंग की