7 अप्रैल के बाद पहली बार मृत्यु दर 3% से नीचे , पर अब हो रहा कम जानलेवा

नई दिल्ली
भारत में कोरोना वायरस महामारी के फैलते प्रकोप के बीच एक राहत भरी खबर है। अब देश में यह खतरनाक वायरस कम जानलेवा साबित हो रहा है। भारत में कोरोना वायरस का केस फैटलिटी रेट (CFR) शुक्रवार को 2.84 प्रतिशत था जो पिछले डेढ़ महीनों में पहली बार 3 प्रतिशत के नीचे गया है। Case Fatality Rate यानी CFR पॉजिटिव पाए गए सभी मरीजों में से कितने प्रतिशत की मौत होती है, उसे दिखाता है।

मई में 3.4% से 2.84 फीसदी पर पहुंचा डेथ रेट
इससे पहले 7 अप्रैल को CFR इतना कम था लेकिन तब कुल केस 5,194 ही थे। अप्रैल में जब केस 10 हजार के करीब पहुंचे तबसे ही CFR रेट लगातार ऊपर जा रहा था। मई की शुरुआत में यह रेट 3.4 था यानी हर 100 मरीजों में 3 से ज्यादा की मौत हो रही थी। डेथ रेट में गिरावट का ट्रेंड इस हफ्ते की शुरुआत के साथ शुरू हुआ। 24 मई को CFR 2.89 प्रतिशत था जो 25 मई को गिरकर 2.87 प्रतिशत और शुक्रवार को 2.84 प्रतिशत रह गया।

पश्चिम बंगाल में मृत्यु दर देश में सबसे ज्यादा, लेकिन हो रहा सुधार
पश्चिम बंगाल में डेथ रेट राष्ट्रीय औसत से काफी ज्यादा है। सूबे में कोरोना से मौत का प्रतिशत देश में सबसे ज्यादा है जहां औसतन हर 100 मरीजों में से 6.5 को अपनी जान से हाथ धोना पड़ रहा है। हालांकि, बंगाल में मृत्यु दर में तेजी से सुधार भी हो रहा है। वहां CFR 10 प्रतिशत तक पहुंच चुका था।

 

गुजरात में भी मृत्यु दर ऊंची, धीरे-धीरे और बढ़ रही
गुजरात में भी कोरोना से मृत्यु दर काफी ऊंची है। वहां भी पश्चिम बंगाल की तरह हर 100 मरीजों में 6 से ज्यादा की मौत हो रही है। गुजरात का CFR 6.2% है। बंगाल में जहां डेथ रेट घट रहा है, वहीं गुजरात में यह धीरे-धीरे बढ़ रहा है। मई की शुरुआत में यहां CFR 5.8% था जो बढ़कर 6 से ऊपर पहुंच गया है।

एमपी में 6% से गिरकर 4.3 प्रतिशत हुआ डेथ रेट
मध्य प्रदेश में मई की शुरुआत में 6 प्रतिशत CFR था लेकिन वहां तेजी से सुधार हो रहा है। अभी एमपी में CFR घटकर 4.3 प्रतिशत पहुंच गया है। कोरोना से सबसे बुरी तरह प्रभावित महाराष्ट्र में CFR राष्ट्रीय औसत से थोड़ा सा ज्यादा है। वहां केस फैटलिटी रेट 3.3 प्रतिशत है जो मई की शुरुआत में 4 प्रतिशत था।

प्रति 10 लाख आबादी पर दिल्ली में सबसे ज्यादा केस, सबसे ज्यादा टेस्ट भी यहीं
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि दिल्ली में प्रति 10 लाख आबादी पर कोरोना के केस देश में सबसे ज्यादा हैं। देश में हर दिन सबसे ज्यादा टेस्ट दिल्ली में ही हो रहा है। यहां 10 लाख आबादी पर 810 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। 7 मई को यह आंकड़ा 275 था। इसी से पता चलता है कि राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना के फैलने के रफ्तार बहुत ज्यादा है। प्रति 10 लाख आबादी पर कोरोना केस के मामले में महाराष्ट्र दूसरे नंबर पर है जहां यह आंकड़ा 483.3 है। उसके बाद तमिलनाडु है जहां यह आंकड़ा 254.4 है।

कोरोना से मौत के मामले में चीन से आगे पहुंचा भारत
इस बीच कोरोना से हुई मौतों के मामलों में भारत चीन से भी आगे निकल चुका है, जहां से पूरी दुनिया में यह खतरनाक वायरस फैला। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में अब तक 4,706 लोगों की कोरोना की वजह से मौत हो चुकी है। चीन में यह आंकड़ा 4,634 है।

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