68 दिन का सफरनामा: इसलिए भी याद रहेगा 17वीं लोकसभा का चुनाव

नई दिल्ली 
चुनाव आयोग ने सात चरणों में लोकसभा चुनाव का ऐलान कर दिया। वोटों की गिनती 23 मई को की जाएगी। आंध्र प्रदेश, अरुणाचल, ओडिशा और सिक्किम विधानसभा के लिए लोकसभा चुनाव के साथ वोट होंगे। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव लोकसभा चुनाव के साथ नहीं कराने का फैसला हुआ। फेक न्यूज और सोशल मीडिया के बढ़ते दुष्प्रभाव को देखते हुए आयोग ने ऐलान किया कि सोशल साइट पर विज्ञापन के पहले चुनाव आयोग की मंजूरी लेनी होगी। ईवीएम पर पहली बार प्रत्याशियों की तस्वीर भी रहेगी। उसने शिकायतों के लिए सी विजिल एप और हेल्पलाइन नंबर 1950 जारी किया। 

11 मार्च: आयोग ने किया तारीखों का ऐलान
चुनाव आयोग ने सात चरणों में आम चुनाव कराने की घोषणा के साथ 11 मार्च को 17वीं लोकसभा चुनाव के लिए शंखनाद किया था। चुनाव प्रचार का 68 दिन का यह सफरनामा विवादित बयानों, निजी आक्षेपों और प्रचार के दौरान नेताओं पर हुए हमलों को लेकर सुर्खियों में रहा। भाजपा और तृणमूल के नेताओं में तीखी जुबानी जंग के बीच पश्चिम बंगाल में मतदान और चुनाव प्रचार के दौरान हिंसा ने चिंता पैदा की। चुनाव आयोग को वहां एक दिन पहले प्रचार बंद करने का ऐतिहासिक फैसला लेना पड़ा।

10 अप्रैल : लालू को जमानत न मिलने से झटका
जेल की सजा काट रहे लालू यादव को सुप्रीम कोर्ट ने जमानत देने से इनकार कर दिया। इससे उनके चुनाव प्रचार में उतरने की उम्मीदों को झटका लगा। 1980 के दशक के बाद यह पहला चुनाव है जो लालू की गैरमौजूदगी में लड़ा जा रहा है। 

26 अप्रैल : मोदी के नामांकन में एनडीए साथ
मोदी के 26 अप्रैल को वाराणसी सीट से नामांकन के दौरान एनडीए का पूरा कुनबा एकजुट दिखा। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, अकाली दल के नेता प्रकाश सिंह बादल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, लोजपा नेता रामविलास पासवान और अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल भी वाराणसी पहुंचीं।.

31 मार्च : मैं भी चौकीदार अभियान छेड़ा
चौकीदार चोर है के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मैं भी चौकीदार अभियान छेड़ा। उन्होंने दिल्ली में तालकटोरा स्टेडियम से 500 जगहों पर इकट्ठा चौकीदारों, पेशेवरों और पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। खुद को बेदाग बताते हुए मोदी ने कहा कि अपने राजनीतिक भविष्य के बारे में सोचता तो वो मोदी न होता। उन्होंने बालाकोट एयर स्ट्राइक का जिक्र कर जवानों को सलाम किया। .

02 अप्रैल : कांग्रेस का घोषणापत्र जारी
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और यूपीए प्रमुख सोनिया गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस का घोषणापत्र जारी किया गया। इसमें गरीब परिवारों को हर साल 72 हजार रुपये देने, किसानों के कर्ज न चुकाने पर जेल न भेजने, महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण, जीएसटी 2.0 लाने जैसे वादे किए गए। मार्च 2020 तक 22 लाख सरकारी नौकरियों और ग्रामीण स्तर पर हर साल 10 लाख रोजगार पैदा करने का वादा भी किया गया। .

04 अप्रैल : राहुल ने वायनाड लोकसभा से पर्चा भरा
दक्षिण भारत में पार्टी की पैठ मजबूत बनाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने चार अप्रैल को केरल की वायनाड लोकसभा सीट से पर्चा भरा। उनके साथ उनकी बहन प्रियंका गांधी भी थीं। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने साल 1978 में कर्नाटक के चिकमंगलूर से चुनाव लड़ा था। वहीं, सोनिया गांधी ने बेल्लारी से साल 1998 में चुनाव लड़ा था। नामांकन के बाद राहुल और प्रियंका ने रोड शो भी किया। भाजपा नेता और अमेठी से प्रत्याशी स्मृति ईरानी ने कहा कि राहुल गांधी का वायनाड से चुनाव लड़ने का निर्णय अमेठी के लोगों का अपमान है।.

07 अप्रैल : फिर एक बार मोदी सरकार बनाम अब होगा न्याय
भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पार्टी ने एक ही दिन चुनाव प्रचार के लिए अपना थीम सॉन्ग जारी किया। एक तरफ जहा कांग्रेस ने रोजगार, किसान, अर्थव्यवस्था, व्यापारियों के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरते हुए अब होगा न्याय का गाना जारी किया। वहीं भारतीय जनता पार्टी ने सर्जिकल स्ट्राइक जैसे फैसले को गिनाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मजबूत छवि और सरकार को आगे रखा और फिर एक बार मोदी सरकार का नारा दिया।.

08 अप्रैल : भारतीय जनता पार्टी का संकल्पपत्र
भाजपा ने पीएम नरेंद्र मोदी, पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और वरिष्ठ नेता एलके आडवाणी की मौजूदगी में संकल्पपत्र जारी किया। इसमें 60 साल के व्यापारियों, किसानों को पेंशन देने, किसानों को हर साल छह हजार की मदद, 50 लाख रुपये तक का लोन बिना किसी गारंटी के देने और धारा 370 को हटाने जैसे वादे शामिल थे। सभी को स्वच्छ पानी और घर का वादा 2022 तक पूरा करने का संकल्प भी जताया।

24 अप्रैल : ईवीएम पर 21 दलों की कोर्ट से गुहार
ईवीएम को लेकर कांग्रेस समेत 21 दलों के प्रतिनिधियों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। याचिका में कम से कम 50 फीसदी ईवीएम का सत्यापन वीवीपैट से कराने की मांग रखी गई। इससे पहले 15 मार्च को भी ऐसी याचिका दी गई थी, जिसमें सभी ईवीएम पर वीवीपैट की मांग थी। इस मुद्दे को लेकर आंध्र के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू कई बार चुनाव आयोग से भी मिले।.

07 मई : खारिज की याचिका.
सुप्रीम कोर्ट ने लोकसभा चुनाव में 50 फीसदी ईवीएम की वीवीपैट से मिलान की मांग को खारिज कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने इससे पहले प्रत्येक विधानसभा के पांच बूथों की ईवीएम का वीवीपैट से मिलान करने का फैसला दिया था। 

25 साल बाद साथ आए माया और मुलायम
सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव और बसपा प्रमुख मायावती 25 साल बाद मैनपुरी की जनसभा में एक मंच पर दिखे। 1995 में हुए गेस्टहाउस कांड के बाद दोनों पार्टियों की राहें जुदा हो गई थीं। यूपी में 1993 के विधानसभा चुनाव के बाद यह पहला मौका रहा जब मायावती ने मुलायम के लिए वोट मांगे। मायावती ने मुलायम को पिछड़े वर्ग का बड़ा नेता बताया।
 पश्चिम बंगाल में हिंसा
29 अप्रैल से 17 मई : चौथे चरण के मतदान के दौरान आसनसोल से भाजपा प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो की गाड़ी पर हमला हुआ। घटाल सीट से भाजपा उम्मीदवार भारती घोष दो बार हाथापाई हुई। पांचवें चरण में भी यही हाल रहा और बैरकपुर से भाजपा प्रत्याशी अर्जुन सिंह पर तृणमूल समर्थकों ने हमला बोल दिया और उनके मुंह से खून आ गया। हद तो 14 मई को हुई जब कोलकाता में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो में पथराव हो गया, जिसके बाद तृणमूल और भाजपा समर्थकों के बीच हिंसा हुई।

सुर्खियों में 
– गांधीनगर में 23 अप्रैल को वोट डालने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने आवास पर मां हीरा बेन से आशीर्वाद लिया।
– वायनाड में 17 अप्रैल को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रसिद्ध तिरुनेली मंदिर में अपने पूर्वजों के लिए ‘बलि तर्पणम' अनुष्ठान किया। 
– लखनऊ में 27 अप्रैल को बीमार सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव से मिलने गृहमंत्री राजनाथ सिंह उनके आवास पर पहुंचे। 
– नई दिल्ली में 04 मई को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को मोती नगर इलाके में रोड शो के दौरान एक युवक ने थप्पड़ मार दिया। 
 

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