3 दिन बाद बजने लगेगी शहनाई, परिणय सूत्र में बंधेंगे जोड़े

बिलासपुर
मांगलिक व शुभ कार्यों का सिलसिला सूर्य देव के मकर संक्रांति में उत्तरायण के बाद शुरू हो जाएगे। 18 जनवरी से विवाह के कार्यक्रम की शुरुआत होगी। 12 दिसंबर 2018 से विवाह एवं अन्य मांगलिक कार्य सम्पन्न नहीं हो रहे हैं। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक सूर्यदेव के उत्तरायण होने के साथ ही शुभ व मांगलिक कार्यों का सिलसिला शुरू होगा। जनवरी, फरवरी व मार्च के माह में शहनाई की गूंज सुनाई देगी। मांगलिक कार्यों सिलसिला 18 जनवरी से शुरू होगा।

शहनाई बजेगी और वर-वधु विवाह के बंधन में बंधेंगे। ज्योतिषाचार्य एवं वास्तुविद डॉ. दीपक शर्मा ने बताया कि 14 जनवरी तक खरमास की अवधि की है इसलिए विवाह एवं अन्य मांगलिक कार्य ने शुभ मुहूर्त नहीं मिल पा रहे थे। 2019 में विवाह के खूब मुहूर्त मिलेंगे और मांगलिक कार्यों का आयोजन होगा। फरवरी माह में प्राप्त मुहूर्त उत्तम माने जा रहे है। यही वजह है कि इस माह में सबसे अधिक विवाह कार्यक्रम सम्पन्न होने की संभावना भी है। 13 मार्च तक लगातार विवाह के मुहूर्त है।

10 फरवरी को पडऩे वाले बसंत पंचमी के सबसे अच्छा मुहूर्त है। इस दिन ज्योतिषशास्त्री दृष्टि से सबसे अच्छा दिन माना जा रहा है। वैवाहिक कार्यक्रम शुरू होने में महज 3 दिन ही बचे हैं, ऐसे में लोग इसकी तैयारी में जुटे हैं। खरीदारी करने दुकानों में भीड़ नजर आने लगी है। शादी के लिए भवन लोगों ने पहले से ही बुकिंग करा रखे हैं। तिथि जैसे-जैसे नजदीक आने लगी है, भवनों की सजावट भी होने लगी हैं। स्टेज डेकोरेशन और स्वागत द्वार को विशेष थीम पर सजाया जा रहा है।

होलाष्टक से फिर थमेगा सिलसिला : होली के पर्व के पूर्व होलाष्टक की तिथि 14 मार्च से लगेगी जिसके बाद एक बार फिर से मांगलिक कार्यों पर विराम लगेगा। 15 मार्च से 15 अप्रैल तक खरमास रहेगा। इस दौरान भी विवाह के मुहूर्त नहीं मिलने से वैवाहिक कार्य नहीं होंगे। 15 अप्रैल से पुन: विवाह के मुहूर्त शुरू हो जाएंगे।

जनवरी, फरवरी व मार्च में मुहूर्त : जनवरी -18, 22, 23, 25, 26, 27, 29 व 30। फरवरी-8, 9, 10, 21, 22, 28। मार्च-3, 8, 9, 10 व 13।

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