2019 के प्राकृतिक संसाधन बजट 29 जुलाई तक ही हो गया खर्च : रिपोर्ट
पैरिस
साल 2019 के पूरे प्राकृतिक बजट को हमने 29 जुलाई तक खर्च कर दिया है। ग्लोबल फुटप्रिंट नेटवर्क द्वारा जारी की गई यह रिपोर्ट प्राकृतिक संसाधनों के दोहन के लिहाज से गंभीर संकेत है। अध्ययन में कहा गया कि अर्थ ओवरशूट डे विगत 20 वर्षों में खिसककर 2 महीने पहले हो गया है। इस साल तो यह उससे भी पहले तक पहुंच गया है।
क्या है अर्थ ओवरशूट डे
अर्थ ओवरशूट एक पैमाना है जिसके आधार पर प्राकृतिक संसाधनों का बजट और उनकी खपत का अनुपात तय होता है। एक वर्ष में मानव जाति के द्वारा खपत किया गया जल, अनाज, लकड़ी, कॉर्बन, वन संसाधन आदि में कितने अंश को पृथ्वी फिर से विनर्मित कर सकते हैं। इस साल 29 जुलाई को ही अर्थ ओवरशूट पड़ने का अर्थ है कि संपूर्ण मानव समुदाय के लिए प्राकृतिक संसाधनों के तय बजट की खपत अब तक की जा चुकी है। सीधे तौर पर प्राकृतिक संसाधनों का दोहन मानव जाति के द्वारा बहुत तेजी से किया जा रहा है।
1.75 गुना तेजी से प्राकृतिक संसाधनों का मानव जाति कर रही प्रयोग ग्लोबल फुटप्रिंट नेटवर्क द्वारा किए गए कैलिफॉर्निया के ऑकलैंड स्थित पर्यावरण समूह ने एक बयान में कहा, ‘29 जुलाई को अर्थ ओवरशूट डे पड़ने का मतलब है कि मानवता इस समय प्राकृतिक संसाधनों को 1.75 गुना अधिक गति से प्रयोग कर रही है। पारिस्थितिकी जिस अनुपात में प्राकृतिक संसाधनों को विनिर्मित कर सकती है, उसकी तुलना में यह बहुत अधिक तेजी से खर्च हो रही है। ’
बहुत तेजी से हो रहा है प्राकृतिक संसाधनों का दोहन
जंगलों की कटाई, जैव विविधता खत्म होना हैं इसके कारण पर्यावरण समूह ने कहा कि इसके लिए वनों की कटाई, मृदा क्षरण, जैव विविधता के हृास और वातावरण में घुलती कॉर्बन डाइ ऑक्साइड जैसे कारक जिम्मेदार हैं। नेटवर्क संस्थापक मैथिस वैकरंजेल ने कहा, ‘हमें केवल एक पृथ्वी मिली है-यह हमारे मानव अस्तित्व के लिए अंतत: निर्धारक संदर्भ है। हम विनाशक परिणामों के बिना 1.75 (पृथ्वियों) का इस्तेमाल नहीं कर सकते।’
अपनी पृथ्वी को बचाने के लिए कर सकते हैं ये उपाय जीएफएन फाउंडर ने पृथ्वी संरक्षण के उपायों का जिक्र करते हुए कहा, 'अर्थ ओवरशूट डे को आगे ले जाने के लिए शाकाहारी भोजन का प्रयोग कर सकते हैं। अगर पृथ्वी कुल मांस की खपत में 50% तक की कमी करें तो खाद्य जरूरतों के लिए पृथ्वी अधिक हरी-भरी होगी। ऐसे में अर्थ ओवरशूट डे 15 दिन आगे खिसक सकता है। अगर सिर्फ खाद्य पदार्धों को बर्बाद करना बंद कर दें तो यह 10 दिन आगे खिसक सकता है। हमारे पास सिर्फ एक ही पृथ्वी है और इसके संसाधनों का 1.75 गुना तेजी से खपत नहीं कर सकते हैं।'