2018 में दुनिया भर में हिंसक संघर्षों में 12000 बच्चे मारे गए: UN रिपोर्ट

संयुक्त राष्ट्र
संयुक्त राष्ट्र की एक नई रिपोर्ट में जानकारी दी गई है कि पिछले साल विश्व के अलग-अलग हिस्सों में हुए सशस्त्र संघर्षों में 12,000 से अधिक बच्चे मारे गए या घायल हुए। इनमें सबसे ज्यादा बच्चे अफगानिस्तान, सीरिया और यमन में हताहत हुए। रिपोर्ट में बताया कि ये मौतें या चोट पहुंचाना बच्चों के खिलाफ होने वाले उन 24,000 से अधिक क्रूर हिंसा में शामिल हैं जिनकी संयुक्त राष्ट्र ने पुष्टि की है।
इनमें लड़ाकों द्वारा बच्चों का इस्तेमाल किया जाना या उनकी नियुक्ति करना, यौन हिंसा, अपहरण और स्कूलों एवं अस्पतालों पर हमले शामिल हैं। यूएन महासचिव एंतोनियो गुतारेस की बच्चों एवं सश्स्त्र संघर्षों पर सुरक्षा परिषद को सौंपी गई वार्षिक रिपोर्ट में कई और चिंताजनक तथ्य सामने आए हैं।

सरकारें भी कर रही हैं बच्चों पर बल प्रयोग रिपोर्ट के मुताबिक, सशस्त्र समूहों द्वारा किए जाने वाले अपराध नियमित तौर पर हो रहे हैं। इसके साथ ही सरकार एवं अंतरराष्ट्रीय बलों द्वारा किए जाने वाले अपराधों की संख्या में खतरनाक वृद्धि देखी गई है। बच्चों के खिलाफ क्रूर अपराध करने वाले देशों को संयुक्त राष्ट्र की काली सूची में शामिल किया गया है, लेकिन इस सूची में अब भी कोई बदलाव नहीं हुआ है। रिपोर्ट पर मानवाधिकार के क्षेत्र में काम करनेवाली कई संस्थाओं में भारी नाराजगी है।

यूएन महासचिव ने बच्चों के साथ हिंसा पर जताई चिंता
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने बच्चों के साथ हिंसा की रिपोर्ट पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा, '2018 में दुनिया भर में बच्चों के साथ जिस तरह की हिंसा हुई है उससे हम बहुत चिंतित हैं। हिंसक संघर्षों में बच्चों को निशाना बनाया जाना व्यथित करनेवाला है। इस साल हिंसक संघर्षों में बच्चों की मौत की संख्या में बड़ा इजाफा हुआ है और उनके साथ क्रूरतम व्यवहार की भी घटनाएं बढ़ी हैं। अतंरराष्ट्रीय समूहों द्वारा भी बच्चों के साथ हिंसा की घटनाएं चिंताजनक हैं।'

अफगानिस्तान, सीरिया, यमन में बच्चों की मौत सबसे ज्यादा
बच्चों के साथ हिंसा में सबसे बड़ी संख्या अफगानिस्तान की है। पिछले साल अफगानिस्तान में 3062 बच्चे हिंसा में मारे गए। हिंसक घटनाओं में नागरिकों की मौत में 28% बच्चे शामिल हैं। सीरिया में एयर स्ट्राइक, हवाई बम हमले में 1,854 बच्चों की मौत हुई और यमन में 1,689 बच्चों की जान चली गई। इजरायल और फलस्तीन में जारी संघर्ष के बीच 2018 में बच्चों की मौत की संख्या सबसे अधिक रही। 59 बच्चे इसमें मारे गए और 2,756 बच्चे 2014 से अब तक घायल हो चुके हैं। इसी दौरान 6 इजरायली बच्चे भी हिंसक संघर्ष में घायल हुए।

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