2 नक्सलियों का आत्मसमर्पण, 1-1 लाख के हैं इनामी
सुकमा
सुकमा जिले में पुलिस अधीक्षक सलभ सिन्हा के निर्देश पर चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत कोंटा पुलिस को एक और सफलता मिली है। बुधवार को एक-एक लाख रुपये के इनामी दो सक्रिय नक्सलियों ने कोंटा थाना पहुंचकर आत्मसमर्पण किया। दोनों ही माओवादी आइईडी ब्लास्ट सहित कई गंभीर वारदातों में शामिल रहे हैं।
इस बारे में जानकारी देते हुए कोंटा थाना प्रभारी शरद सिंह ने बताया कि पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर कोंटा थाना क्षेत्र में सघन अभियान चला कर नक्सलियों को आत्मसमर्पण के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसी कड़ी में धुर नक्सल प्रभावित ग्राम रेगड़गट्टा के दो सक्रिय नक्सलियों ने शासन की नीति से प्रभावित होकर बुधवार को कोंटा थाने पहुंच आत्मसमर्पण की इच्छा जाहिर की।
इनमें से नक्सल सदस्य मडकम देवा उर्फ रनेश बाल संघम में साल 2008 में भर्ती हुआ था। वर्तमान में वह मिलीशिया सदस्य के रूप में काम कर रहा था। वह बारह बोर की बंदूक साथ रखता था। साल 2017 में पुलिस पार्टी पर रेगड़गट्टा में फायरिंग की घटना में वह शामिल था। इसके अलावा वह संगठन के लिए रोड काटने और पोस्टर लगाने जैसे काम करता था।
आत्मसमर्पण करने वाला दूसरा नक्सली मुचाकी गंगा भी साल 2007 में बाल संघम सदस्य के रूप में नक्सल संगठन में शामिल हुआ था। वर्तमान में वह भी मिलीशिया सदस्य के तौर पर काम कर रहा था। साल 2014 में भेज्जी कैंप पर अटैक और आइईडी ब्लास्ट सहित राशन लूटने के कई मामले उस पर दर्ज हैं। दोनों ने नक्सल संगठन से मोह भंग होने के बाद अब लोकतंत्र की राह पर आगे बढ़ने का फैसला लिया है। सरकार की पुनर्वास नीति का इन्हें लाभ दिया जाएगा।