150 गांवों में गेहूं-चने की फसल बर्बाद, किसानों को सतर्क रहने की है जरूरत

इंदौर
 शुक्रवार-शनिवार रात को इंदौर जिले में पाला पडऩे से जिले के कई गांवों में फसलें बर्बाद हो गई हैं। फसलों की सबसे ज्यादा बर्बादी देपालपुर और सांवेर में हुई है। इन दोनों तहसील के लगभग 150 से ज्यादा गांवों में फसलों को नुकसान हुआ है। उत्तरभारत में हुई बर्फवारी ने किसानों को परेशान कर दिया है।

सर्द हवाओं के कारण लगातार दो दिनों से तापमान में गिरावट आ रही है। कड़ाके की ठंड़ के साथ ही कोहरा छा रहा है। फसलों पर हल्की बर्फ जमने लगी है। शुक्रवार रात को भी पाला गिरने से फसलें बुरी तरह से बर्बाद हो गई हैं। देपालपुर तहसील के अकसोदा, पाडल्या, हरनासा, भीलबडोली, डासरी, गाडी बिल्लोदा, गुडर, सगडोद, चांदेड, बनेडिया, चिमनखेड़ी, डासरी, कराडिय़ा सहित 100 से ज्यादा गांवों में फसलों को नुकसान पहुंचा है। इसी तरह से सांवेर तहसील के भी टाकुन, बरलाई, तदवाली, दर्जी कराडिय़ा, बेंलड़ा में फसलें बर्बाद हो गई है। पाला का सबसे ज्यादा असर आलू, चना और मटर की फसलों पर पड़ा है। ये फसलें पूरी तरह से चौपट हो गई हैं। लहसुन-प्याज की फसलों के पत्ते भी पीले पड़ गए हैं। महू व इंदौर तहसील के गांवों में फसलों को पाले से भारी नुकसान होने की खबर है।

जिला कांग्रेस ने की सर्वे कराने की मांग
फसलों को हुए नुकसान के बाद जिला कांग्रेस के नेता भी तुरंत हरकत में आ गए हैं। जिला कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष मोतीसिंह पटेल खुद किसानों के बीच पहुंचे और उन्हें इसका मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया। वहीं उन्होंने कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव को पत्र लिखने के साथ ही उनसे फोन पर चर्चा करते हुए इंदौर जिले की सभी तहसीलों में पाला से प्रभावित हुई फसलों का सर्वे कराने की मांग की है।

कृषि विभाग ने जारी की किसानों के लिए सलाह
फसलों को नुकसान होने के बाद कृषि विभाग ने किसानों को पाले से बचाव के लिए सलाह जारी की है। विभाग ने किसानों को खेतों में धुआं करने के साथ ही यूरिया और अन्य दवाइयों का छिडक़ाव करने की सलाह दी है।

देपालपुर, सांवेर में फसलें प्रभावित हो रही है, अभी जिले में ज्यादा नुकसान नहीं है, किसानों को हम बचाव की सलाह दे रहे हैं। अमला फील्ड में लगातार किसानों के बीच है, उन्हें बचाव के तरीके बताए जा रहे हैं। सतत निगरानी विभाग रख रहा है। 
विजय चौरासिया, उप संचालक, कृषि

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