15 दिनों में लूट-हत्या-अपहरण मामले में पुलिस के हाथ खाली, इनाम घोषित
दुर्ग
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में एक माह के अंदर हुई 3 वारदातों ने शहर में हड़कंप मचा दिया है. 15 दिनों के अंदर जिले में लूट, हत्या और अपहरण के मामले सामने आए हैं. बावजूद इसके आज तक एक भी मामलों में पुलिस को सफलता नहीं मिल पाई है. इससे पुलिस की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े होने लगे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ शहर के लोग इन वारदादों के कारण भयभीत नजर आ रहे हैं. बता दें कि बीते 19 जनवरी को पाटन के सराफा व्यापारी हरि प्रसाद देवांगन का आरोपियों ने अपहरण कर लिया था.
वहीं 24 जनवरी दिन-दहाड़े अहिवारा क्षेत्र से 1 लाख रुपए की लूट का मामला सामने आया था. इसके अलावा 30 जनवरी को दिन-दहाड़े अज्ञात आरोपियों ने एक घर में प्रवेश कर सूरज सिंह नामक टांस्पोर्टर की निर्मम हत्या कर दी था. वहीं बीते दिनों रायपुर में भी एक सराफा व्यवसाई के पैसे लूटकर हत्या करने वारदात सामने आई थी.
बहरहाल, ये कुछ ऐसी वारदातें हैं जिनमें तीन वारदात तो सिर्फ दुर्ग जिले में ही महज 15 दिनों में घटित हुईं हैं. एक के बाद एक हुई वारदातों से शहर में हड़कंप मचा हुआ है. आज भी पुलिस आरोपियों तक नहीं पहुंच पाई है. बस अंधेरे में तीर चलाने वाली कहावत जिले में नजर आ रही है. ऐसा नहीं है कि सरकार की इस ओर चिंता नहीं है. गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू का दावा है कि जल्द से जल्द पुलिस आरोपियों तक पहुंचेगी और मामलों का खुलासा करेगी.
इधर, सफलता न मिलता देख अब दुर्ग जिला पुलिस ने अपहरण और हत्या के मामले का राज बताने वालों को 5-5 हजार का इनाम देने की घोषणा कर दी है. लगातार हो रही ऐसी घटनाओं को रोकना सरकार के लिए एक बड़ा चुनौती बतनी जा रही है.