हौज काजी बवाल के दौरान ‘अगवा’ नाबालिग घर लौटा, सवाल बरकरार- 24 घंटों तक कहां था

  नई दिल्ली 
हौजकाजी में उस रात उपद्रव के दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में एक 17 साल का नाबालिग लड़का लापता हो गया था। हालांकि नाटकीय घटनाक्रम के बाद वह सकुशल घर भी पहुंच गया। पुलिस अफसरों का दावा है कि वह उस रात उपद्रव से डर कर गाजियाबाद अपने रिश्तेदार के यहां चला गया था। वहीं यह कहानी भी सामने आ रही है कि उसे रेलवे स्टेशन के पास देख रिश्तेदार घर ले आया। पूछताछ में उसने कुछ नहीं बताया है इसलिए वह कहां था, यह रहस्य बना हुआ है। 

इस मामले में पुलिस ने बताया कि गायब होने पर परिजनों ने धार्मिक स्थल में तोड़फोड़ करने वालों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि दंगाई उसे अगवा करके ले गए। इससे पहले कि यह मामला तूल पकड़ता, पुलिस ने परिजनों के बयान पर एफआईआर दर्ज कर तलाश शुरू की लेकिन जब मंगलवार रात तक माहौल शांत हुआ तो वह लड़का अपने घर लौट आया। 

हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, उपद्रव के के दौरान लापता होने के 24 घंटे बाद उसे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास देखा गया। वह इतने समय कहां रहा, इसके बारे में उसने कुछ नहीं बताया। उसके परिवार का कहना है कि उसे कमला नगर मार्केट के पास की सड़क पर एक रिश्तेदार ने देखा देखा और वहां से घर लाया गया। लड़के के पिता ने बताया, 'घर लौटने के बाद से वह कुछ खा नहीं रहा है और पूरा दिन टीवी पर उसी घटना के बारे में न्यूज देखता रहता है। जब हम उससे पूछते हैं कि उस रात क्या हुआ था तो वह कुछ नहीं बता रहा।'

गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराए जाने के बाद से पुलिस उसे ढूंढ रही थी। इसी बीच उसके गर पहुंचने की खबर पुलिस को दी गई। पुलिस ने किशोर का मेडिकल टेस्ट करवाया, हालांकि पूछताथ के दौरान उसने कुछ नहीं बताया। पुलिस का कहना है कि सदमे से बाहर आने पर उससे दोबारा पूछताछ की जाएगी। 

पुलिस के मुताबिक, यह परिवार गली दुर्गा मंदिर में रहता हैं। मां के बयान पर एफआईआर दर्ज की गई थी। उसमें बयान दिया गया था कि उस रात करीब साढ़े ग्यारह बजे तोड़फोड़ के बाद दंगाइयों की भीड़ उनके घर में घुस गई थी। उनके बेटे को पीटने लगी, फिर जबरन उठा ले गई। आरोप है कि घर से खींच-खींचकर लोगों को पीटा गया और आपत्तिजनक धार्मिक नारेबाजी भी की गई। रात में बेटे के अगवा होने की बड़ी अनहोनी ने परिवार को बुरी तरह डरा दिया। इस घटना की जानकारी पुलिस को दी। हौजकाजी थाने की पुलिस ने आसपास तलाश किया लेकिन तब तक सांप्रदायिक तनाव फैल चुका था। 

मंगलवार शाम को अचानक घर लौटे लड़के से पुलिस ने पूछताछ की। पुलिस सूत्रों का कहना है कि उस रात पार्किंग झगड़े के दौरान नाबालिग लड़का उसके बीच-बचाव में आ गया था। उसकी शर्ट भी फट गई। उसने झगड़े में एक पक्ष का थोड़ा साथ भी दिया। उसके बाद जब उपद्रवियों की भीड़ इकठ्ठा होकर आई और इसके घर में घुसकर खींचकर ले गए तो रास्ते में दूसरे समुदाय के बुजुर्ग ने इसे छुड़ाया। तब तक वही भीड़ धार्मिक स्थल की ओर बढ़ चली। इस दौरान लड़का भीड़ को देख वहां से भाग गया। दो दिन गाजियाबाद स्थित अपने रिश्तेदार के यहां ठहरा जबकि उसका परिवार वहां से दूसरी जगह शिफ्ट हो गया। वह पल-पल हौजकाजी के हालात की जानकारी लेता रहा। मंगलवार को माहौल शांत होते ही वह घरवालों के पास आ गया। 
 

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