हेमंत सोरेन कैबिनेट के सबसे धनी मंत्री हैं रामेश्वर उरांव, लाल कृष्ण आडवाणी को किया था गिरफ्तार

 नई दिल्ली                                                   
झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने राज्य के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में रविवार को पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। हेमंत सोरेन के साथ तीन अन्य मंत्रियों ने भी शपथ ली। शपथ लेने वाले मंत्रियों में आलमगीर आलम, रामेश्वर उरांव और सत्यानंद भोक्ता शामिल रहे। तीनों मंत्रियों को राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
 
झारखंड विधान सभा चुनाव 2019 में लोहरदगा सीट से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव (Rameshwar Oraon)  ने बीजेपी प्रत्याशी और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सुखदेव भगत को 30150 मतों से हराया था। कांग्रेस प्रत्याशी को 74380 और बीजेपी प्रत्याशी को 44230 मत मिले। मतगणना 23 दिसंबर को हुई थी

लालकृष्ण आडवाणी को गिरफ्तार कर रथयात्रा रोकी थी

झारखंड पुलिस के एडीजी पद से 2004 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर राजनीति के क्षेत्र में नया सफर शुरू किया। आईपीएस अधिकारी रहे रामेश्वर उरांव को भाजपा के दिग्गज लालकृष्ण आडवाणी को गिरफ्तार कर रथयात्रा रोकने का श्रेय दिया जाता है। 2004 में वे लोहरदगा लोकसभा क्षेत्र से जीतकर केंद्रीय मंत्री बने। 2009 में चुनाव हार गए। इसके बाद उन्हें केंद्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग का चेयरमैन बनाया गया।  

 झामुमो नेता हेमंत सोरेन रविवार (29 दिसंबर) को झारखंड के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में थोड़ी देर बाद शपथ लेने जा रहे हैं। राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू उन्हें राजधानी के मोरहाबादी मैदान में आयोजित भव्य समारोह में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगी।
 
रामेश्वर उरांव की कुल संपत्ति 28 करोड़ रुपए
अपनी सरकार में हेमंत सोरेन सबसे युवा हैं और उनकी उम्र 42 साल है। जबकि उनके मंत्रिमंडल में शामिल कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव सबसे ज्यादा 72 साल के हैं।  रामेश्वर उरांव सबसे धनी मंत्री हैं। रामेश्वर उरांव की कुल संपत्ति 28 करोड़ रुपए है। जबकि राजद के सत्यानंद भोक्ता हेमंत कैबिनेट के सबसे कम संपत्ति वाले मंत्री हैं। सत्यानंद भोक्ता के पास 77 लाख रुपए की संपत्ति है। हेमंत कैबिनेट की औसत संपत्ति 4.28 करोड़ रुपए है।

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