हार के बाद अब दिग्गज कांग्रेस नेता के बेटे ने उठाये संगठन पर सवाल

भोपाल
लोकसभा चुनाव के परिणामों के बाद कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन की मांग तेज हो गई है| कांग्रेस विधायक और मंत्रियों के बाद अब दिग्गज नेता विवेक तन्खा के बेटे वरुण तन्खा ने संगठन में बदलाव की मांग की है। वरुण ने सोशल मीडिया के माध्यम यह मांग पार्टी तक पहुंचाने की कोशिश की है। इससे पहले कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह और मंत्री इमरती देवी भी कुछ इस तरह के सवाल उठा चुके हैं। हालाँकि खुलकर बोलने से नेता बच रहे हैं।

दरअसल, राज्यसभा सांसद और जबलपुर सीट से चुनाव हारे विवेक तन्खा के बेटे का ट्वीट चर्चा में बना हुआ हैं। नेताओ के बाद अब वरुण तन्खा ने भी कांग्रेस में गंभीर बदलाव की बात कही है। वरुण तन्खा ने ट्वीट कर लिखा है, "वर्तमान राजनीति में रहना है तो नेतृत्व में बदलाव किया जाना चाहिए। कांग्रेस में गंभीर बदलाव की ज़रूरत है। उन्होंने तो ये तक लिखा कि मोदी सरकार के बहुमत और ईवीएम पर सवाल ना उठाएं"।

असल में हार के बाद से ही पार्टी मे इस तरह की मांग जोरों पर है।  इससे पहले दिग्विजय सिंह के भाई और कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह, कांग्रेस कोषाध्यक्ष गोविंद गोयल, कमलनाथ सरकार में मंत्री इमरती देवी भी सणगाथान में बदलाव की बात कर चुके हैं । इनमें खास बात तो ये है कि मंत्री इमरती देवी और जीतू पटवारी ने प्रदेशाध्यक्ष के लिए सिंधिया का नाम भी आगे बढ़ाया है। हालांकि बाद में यह दोनों ही मंत्री अपने बयान से पलट गए। अंदरखाने दबी जुबान में संगठन में बदलाव की मांग की जा रही है जो अब सोशल मीडिया पर आ गई है।

इससे पहले कांग्रेस सचिव विकास यादव ने राहुल गांधी को भी पत्र लिखा है और आरोप लगाया है कि सरकार में पार्टी कार्यकर्ताओं की नहीं चल रही है, इसलिए लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है।  मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष दो पद एक ही व्यक्ति के पास है, ऐसे में पार्टी कार्यकर्ताओं की बात नहीं सुनी जाती है और कार्यकर्ताओं में नाराजगी है। प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मदारी ज्योतिरादित्य सिंधिया को सौंपे जाने की मांग करते हुए विकास यादव ने कहा कि अगर पार्टी ऐसा नहीं करती है तो हम सब पार्टी के पदाधिकारी अपने पद से इस्तीफा दे देंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *