हवाला कनेक्शन का भी अंदेशा, CCD मालिक के केस में नया मोड़

 
नई दिल्ली   
     
छोड़े गए नोट और वास्तविक सिग्नेचर में अंतरहवाला कारोबार से जुड़े हो सकते हैं लिंकसिंगापुर के एक नागरिक से मिली संदिग्ध जानकारीभेजे गए हवाला कारोबार से जुड़े संदेशबुधवार सुबह मिला वीजी सिद्धार्थ का शव
देशभर में कैफे कॉफी डे (CCD) के नाम से विख्यात कैफे कॉफी एंटरप्राइज के संस्थापक वीजी सिद्धार्थ के रहस्यमय तरीके से गायब होने के बाद उनका शव बरामद हो गया है. वीजी सिद्धार्थ से जुड़े हुए कुछ विश्वस्त सूत्रों ने खुलासा किया है कि नोट पर किए गए सिग्नेचर, इनकम टैक्स विभाग को सौंपे गए वार्षिक रिपोर्ट के सिग्नेचर से बिलकुल भी मैच नहीं खाते हैं. साथ ही सूत्रों ने यह भी बताया है कि वीजी सिद्धार्थ का नाम हवाला कारोबार से भी जुड़ा हुआ हो सकता  है.

लापता होने से पहले वीजी सिद्धार्थ ने एक ऐसा नोट छोड़ा है जिसमें इनकम टैक्स अधिकारियों की ओर से परेशान किए जाने की बात कही गई है.

सूत्रों का कहना है कि इनकम टैक्स विभाग वीजी सिद्धार्थ और कैफे कॉफी डे का मामला एक मशहूर राजनीतिक हस्ती के नाम के शामिल होने के बाद आया है. इनकम टैक्स विभाग के पास सीसीडी के विश्वसनीय वित्तीय लेनदेन के साक्ष्य थे, जो गलत तरीके किए गए थे.

मौत से पहले सिद्धार्थ ने एक लेटर लिखा था जिसमें उन्होंने कहा, 'आयकर विभाग के एक पूर्व डीजी ने मुझे काफी प्रताड़ित किया. पूर्व डीजी ने 2 मौकों पर मेरे शेयर अटैच कर लिए जिससे माइंडट्री के साथ हमारे सौदे में रुकावट आ गई. बाद में उन्होंने हमारे शेयरों की बिकवाली भी कर दी, जबकि हमने संशोधित रिटर्न दाखि‍ल कर दिया था. इसकी वजह से हमें नकदी की काफी समस्या झेलनी पड़ी.

अपने नोट में सिद्धार्थ ने लिखा है, 'हर गलती के लिए मैं दोषी हूं. हर वित्तीय लेन-देन मेरी जिम्मेदारी है. मेरी टीम, मेरे ऑडिटर और सीनियर मैनेजमेंट को मेरे वित्तीय लेन-देन के बारे में जानकारी नहीं थी. कानूनन दोषी मैं हूं, केवल मैं जिम्मेदार हूं.'

हालांकि इस जांच से जुड़े हुए सूत्रों ने कहा, 'सिंगापुर की नागरिकता रखने वाला एक शख्स का नाम भी इस सर्च ऑपरेशन के दौरान आया है. शख्स के पास से करीब 1.2 करोड़ की अघोषित रकम भी बरामद हुई जिसका विवरण नहीं मिला. शख्स ने कहा कि यह कैश वीजी सिद्धार्थ से संबंधित है. ध्यान देने वाली बात यह है कि शख्स के मोबाइल से वीजी सिद्धार्थ को कई मैसेज किए गए हैं, जो इशारा करते हैं कि वे क्रॉस बॉर्डर हवाला ट्रांजैक्शन में शामिल थे.

आईटी डिपार्टमेंट की ओर से जुटाए गए साक्ष्यों के मुताबिक वीजी सिद्धार्थ ने यह स्वीकार किया है कि उनके पास 362.11 करोड़ औऱ 118.02 करोड़ की अघोषित रकम थी. इसे कॉफी डे इंटप्राइजेज लिमिटेड ने भी स्वीकार किया है. वीजी सिद्धार्थ ने इनकम टैक्स रिटर्न भी फाइल किया लेकिन उन्होंने 35 करोड़ के सिवाय अघोषित रकम की जानकारी अपने सालाना विवरण में छिपाई.

सूत्रों का कहना है कि वीजी सिद्धार्थ ने करीब 14.5 करोड़ का सेल्फ असेसमेंट टैक्स की भी जानकारी आयकर विभाग को उन्होंने नहीं दी थी. इस रकम का जिक्र कॉफी डे इंटरप्राइजेज लिमिटेड के ट्रांजैक्शन में भी नहीं था.

बता दें वीजी सिद्धार्थ और सीसीडी की माइंडट्री में 20.41 फीसदी यानी कुल 3.35 करोड़ शेयरों की हिस्सेदारी थी. बीसीई को सीसीडी ने जो जानकारी दी है उसके मुताबिक यह बिक्री 975 रुपये प्रति शेयर हुई है, यानी कुल सौदा 3,269 करोड़ रुपये का हुआ है.

साल 2011 में अपने पहले निवेश के बाद पिछले आठ साल में सिद्धार्थ ने माइंडट्री के शेयर 87 रुपये से लेकर 529 रुपये तक में खरीदे थे. साल 2011 में पहली बार कॉफी डे रिजॉर्ट ने माइंडट्री के 28 लाख यानी 6.95 फीसदी शेयर 87 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से खरीदे थे यानी इनके लिए कुल 24.36 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे. वी जी सिद्धार्थ को अपने इस शुरुआती निवेश पर जबर्दस्त 1,020 (ROI) फीसदी का फायदा मिला.

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