हरियाणा सरकार ने दिए संकेत, एक बार फिर सील हो सकते हैं दिल्ली से लगते बॉर्डर
गुड़गांव
कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। वहीं इसी बीच अनलॉक-1 (Unlock 1 ) में दिल्ली-गुड़गांव बॉर्डर दो दिन से पूरी तरह से ओपन हुए है। वहीं, दिल्ली में बढ़ते कोरोना के मामलों ने चिंता बढ़ा दी है। ऐसे में एक बार फिर बॉर्डर सील होने की बात चलने लगी। सोमवार को चंडीगढ़ में प्रदेश के गृह मंत्री ने इस बारे में संकेत भी दिए हैं कि अगर जरूरत हुई तो इंटरस्टेट बॉर्डर फिर से सील हो सकते हैं।
दरअसल दिल्ली से लोगों का मूवमेंट कम हो, इसलिए एक मई से जून के पहले सप्ताह तक बॉर्डर सील थे, जिससे लोगों को खासी दिक्कत हुई थी। मुंबई के बाद देश में दिल्ली ऐसी जगह है, जहां पर कोरोना संक्रमित अधिक हैं। मुंबई में जहां इनकी संख्या 50 हजार है, वहीं दिल्ली में करीब 30 हजार। हरियाणा सरकार का मानना है कि दिल्ली के साथ लगते फरीदाबाद, सोनीपत, गुड़गांव, झज्जर आदि जिलों में दिल्ली से मूवमेंट होने के कारण अधिक मामले बढ़े हैं।
1 मई से सील किए गए थे बॉर्डर
दिल्ली की आजादपुर मंडी, जमातियों के अलावा अन्य एरिया से दिल्ली से लोग हरियाणा के शहरों में आए, जिससे मामले बढ़े। इसी के चलते प्रदेश सरकार ने एक मई से बॉर्डर सील किए थे। सोनीपत, गुड़गांव और फरीदाबाद के बॉर्डर सरकार के आदेश के बाद सील हुए।
8 जून से दी गई छूट
जून माह के पहले सप्ताह में ढील दी जाने लगी। दिल्ली सरकार की ओर से भी जून में एक सप्ताह के लिए बॉर्डर सील हुए। अब 8 जून से दोनों ओर से पूरी तरह से बॉर्डर पर ढील दी हुई है, लेकिन दिल्ली में हर दिन आ रहे 800 से एक हजार तक के संक्रमित लोगों के कारण प्रदेश सरकार फिर से बॉर्डर सील का फैसला ले सकती है।
हजारों लोगों का है आवागमन
बता दें कि हर दिन गुड़गांव से दिल्ली आने जाने वालों की संख्या 35 से 40 हजार है। गुड़गांव के साइबर हब, उद्योग विहार, एमजी रोड, सेक्टर-37, खांडसा और मानेसर आदि एरिया में हर दिन हजारों लोग जॉब पर आते हैं। लेकिन अभी अधिकतर जगह वर्क फ्रॉम होम है। इसी प्रकार गुड़गांव से दिल्ली और नोएडा हजारों की संख्या में लोग जाते हैं। उपायुक्त अमित खत्री ने बताया कि बॉर्डर को लेकर प्रदेश सरकार की ओर से जो फैसला आएगा, उसके अनुसार आदेश जारी किए जाएंगे।