स्पेक्ट्रम पेमेंट में फिर असफल रहा रिलायंस कॉम्युनिकेशंस

 मुंबई
रिलायंस कॉम्युनिकेशंस (RCom) एक बार फिर टेलिकॉम डिपार्टमेंट को 492 करोड़ रुपये का स्पेक्ट्रम बकाया भगुतान करने में असफल रहा है। एक सरकारी अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि अनिल अंबानी की कंपनी लगातार तीसरी बार डिफॉल्ट कर गई है।

कर्ज में लदे ऑपरेटर, जिसने बैंकरप्सी प्रॉटेक्शन फाइल करने का फैसला किया, ने कहा कि अपीलेट के एक आदेश की वजह से उसे भुगतान नहीं करना है।डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकॉम्युनिकेशंस (DoT) ने कहा कि वह कारण बताओ नोटिस देने या ऑपरेटर से स्पेक्ट्रम वापस लेन से पहले ट्राइब्यूनल के आदेश का इंतजार करेगा।

नैशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्राइब्यूनल (NCLAT) 30 अप्रैल को इस मामले की सुनवाई करेगा। ट्राइब्यूनल उस दिन इन्सॉलवेंसी फाइल करने के लिए RCom के आवेदन पर भी विचार करेगा।

इस मामले की जानकारी रखने वाले एक व्यक्ति ने बताया, 'सरकार को 492 करोड़ रुपये देने के लिए अंतिम तारीख 19 अप्रैल थी, जिसमें 10 दिन का ग्रेस पीरियड शामिल है।' ऑपरेटर इससे पहले 5 अप्रैल को DoT को 281 करोड़ रुपये और 13 मार्च को 21 करोड़ रुपये चुकाने में असफल रहा था। कभी भारतीय टेलिकॉम सेक्टर की अग्रणी कंपनी पर आज 46 हजार करोड़ रुपये का कर्ज है। कंपनी ने खबर लिखे जाने तक ईटी की ओर से पूछे गए सवालों के जवाब नहीं दिए हैं।

नोटिस पर स्टे
मार्च का बकाया मुंबई सर्कल के लिए था, जिसके बाद DoT ने टेलिकॉम कंपनी को कारण बताओ नोटिस भेजा और पूछा कि क्यों ना इसका लाइसेंस और स्पेक्ट्रम वापस ले लिया जाए। हालांकि, अपीलेट ट्राइब्यूनल ने DoT के नोटिस पर स्टे लगा दिया।

RCom की दलील
आरकॉम ने अपीलेट ट्राइब्यूनल में कहा है कि उसे बकाया चुकाने से छूट मिलनी चाहिए क्योंकि दिवाला कानून के तहत चल रहे एक और मुकदमे में उसे कुछ समय तक पेमेंट से छूट मिली हुई है। कंपनी ने कहा कि इस वजह से उसके लाइसेंस और स्पेक्ट्रम वापस नहीं लिए जा सकते। उसने यह भी कहा है कि अपीलेट अदालत के आदेश के बावजूद अभी तक डीओटी ने उसे 2,000 करोड़ रुपये की बैंक गारंटी नहीं लौटाई है। आरकॉम ने कहा कि इतना ही नहीं, डीओटी ने पिछले कुछ वर्षों में इसमें से 750 करोड़ रुपये भुना भी लिए हैं। उसने दूरसंचार विभाग से यह पैसा भी लौटाने को कहा है।

जियो पर असर?
विशेषज्ञों का कहना है कि भुगतान नहीं होने की वजह से RCom से स्पेक्ट्रम वापस लिया जाता है तो इसका असर रिलायंस जियो पर भी पड़ेगा, जो 21 सर्कल में नेटवर्क साझा कर रहा है। हालांकि, जियो का कहना है कि उसके पास अपना पर्याप्त स्पेक्ट्रम है और (RCom के साथ) कुछ भी होने पर उसकी सेवा पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

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