सुकमा में लॉकडाउन में घरों में थे लोग, तूफान आया और उजड़ गया 49 परिवारों का आशियाना
सुकमा
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिला के छिंदगढ़ ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले कई गांव तेज आंधी-तूफान के शिकार हुए. बीते 30 मार्च की देर शाम आए इस आंधी-तूफान में कई लोगों के घरों की छत ही उड़ गई और ग्रामीणों का काफी नुकसान हुआ. कोरोना वायरस (Coronavirus) का संक्रमण फैलने के खतरे को देखते हुए लागू लॉकडाउन के कारण लोग घरों में ही थे. हालांकि राहत की बात है कि इस तूफान से किसी प्रकार की जन हानि नहीं हुई है.
तूफान से घरों की छत उड़ने की जानकारी मिलने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया. प्रशासन की ओर से कहा गया कि आंधी-तूफान से प्रभावित ग्रामीणों की मदद तत्काल की गई है. कलेक्टर चंदन कुमार ने बताया कि छिंदगढ़ तहसील के गुडरा, उरमापाल, धोबनपाल, नेतानार और कस्तूरी गांवों में तूफान की वजह से नुकसान हुआ है. आंधी-तूफान की वजह से क्षतिग्रस्त हुए मकानों के लिए 49 ग्रामीणों को 2 लाख 40 हजार 500 रुपए का चेक दिया गया. पंचायत प्रतिनिधियों की मौजूदगी में गुडरा गांव में प्रशासन की ओर से प्रभावित ग्रामीणों को ये चेक दिए गए.
इधर, सुकमा में लगातार मौसम खराब हो रहा है. गरज के साथ बारिश भी हो रही है. बीते मंगलवार की शाम 4 बजे सुकमा जिला मुख्यालय में आसमान में बादल छाए और बिजली कड़क के साथ बारिश भी हुई. मौसम विज्ञान विभाग की ओर से बताया गया है कि अगले कुछ दिनों तक ऐसा ही मौसम रहने की संभावना है. इसको लेकर स्थानीय प्रशासन ने भी अलर्ट जारी कर दिया है. प्रशासन ने कहा है कि सुकमा जिले में आने वाले कुछ दिनों में बारिश हो सकती है. इसके मद्देनजर लोगों को घरों में ही रहने की हिदायत दी गई है.