सुकमा में मंदिरों में पसरा सन्नाटा, सड़क पर पुलिस ने शुरू की सख्ती

सुकमा
25 मार्च को नवरात्रि का पहला दिन है, लेकिन कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलने के खतरे और लॉक डाउन के चलते मंदिरों में सन्नाटा पसरा हुआ है. एक दो लोग मंदिर में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. छत्तीसगढ़ के सुकमा में लॉकडाउन का असर साफ दिखाई दे रहा है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉक डाउन करने और घरों में ही रहने की सलाह का असर दूसरे दिन देखने को मिला है. बुधवार सुबह से ही जहां मंदिरों में भीड़ रहती थी, लेकिन इस बार नवरात्र में भीड़ के बजाय एक्का- दुक्का लोग मंदिरों में दर्शन करने पहुंच रहे हैं और कोरोना वायरस से बचाने व विपदा को दूर करने की प्राथर्ना कर रहे हैं.

कोरोना वायरस जितनी खतरनाक बीमारी जिसका अंदाजा नही लगाया जा सकता, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी है जो गंभीर नही है और सड़कों पर बिना काम के घूम रहे हैं. उन लोगों के लिए पुलिस सड़कों पर उतर गई है और कड़ाई से समझाइश दे रही है. जहां पूरे नगर में कर्फ्यू जैसे हालात हैं, लेकिन किराना दुकानों में लोगो की भीड़ देखी जा रही है. इसके अलावा सब्जी मंडी में भी लोगो की भारी भीड़ है. लोग सुबह से सब्जी और किराना समान खरीद रहे हैं.  सुकमा जिला मुख्यालय के अलावा ग्रामीण इलाके भी बंद रहे है. तोंगपाल, छिंदगढ़, केरलापाल, दोरनापाल, कोंटा और गादीरास भी पूरी तरह लॉक डाउन रहा. एसडीएम नभ एल इस्माइल, तहसीलदार आरपी बघेल, थानाप्रभारी एके नाग ने सुकमा के चौक चौराहो पर जाकर लोगो को समझाइश दी गई बल्कि उन्हें कोरोना को लेकर जागरूक भी किया.

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