सीबीआई की गिरफ्त में आया इंटरनैशनल जालसाज, डी कंपनी को भी लगा चुका है चूना

 
लखनऊ 

डॉन दाऊद इब्राहिम की डी कंपनी से लेकर साउथ अफ्रीका और चीन तक में लोगों को ठगने वाले इंटनैशनल जालसाज प्रमोद कुमार जैन उर्फ पीके मोदी को गुवाहटी सीबीआई ने गुरुवार को गोमतीनगर के ओमेक्स हाइट्स से गिरफ्तार कर लिया। प्रमोद यहां किनो ऑर्गेनिक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के नाम से कंपनी चला रहा था। उसके यहां 50 से ज्यादा लोग काम करते हैं। ओमेक्स हाइट्स के टावर नंबर एक में प्रमोद का ऑफिस है, टावर नंबर दो के 1203 नंबर पेंटहाउस में वह परिवार के साथ रहता है। सीबीआई टीम को उसके पास से तीन लग्जरी कारें भी बरामद की हैं। 
 
वादी ने ढूंढ निकाला, सीबीआई ने दबोचा 
मूलरूप से राजस्थान के सीकर का रहने वाले प्रमोद कुमार जैन ने ईंटानगर में अपने ही एक कर्मचारी पवन मिश्रा के नाम पर साल 2008 में 92 लाख रुपये का बैंक लोन करवाया और वापसी नहीं की। लोन घोटाले की जांच कर रही सीबीआई टीम ने पवन मिश्रा से पूछताछ की तो पता चला कि उसने लोन लिया ही नहीं। पवन ने खुद पर लगा दाग धोने के लिए प्रमोद की तलाश शुरू की। कुछ दिन पहले उसके दोस्त ने मेरठ में हुई प्रमोद की बेटी की शादी का विडियो भेजा। पवन ने मेरठ से प्रमोद के लखनऊ स्थित ठिकाने का पता लगाया। यहां प्रमोद पर नजर रखने के लिए पवन ने एक टीम हायर की। नौ लोगों ने सात दिन तक लगातार प्रमोद के हर मूवमेंट पर नजर रखी। गुरुवार को पवन सीबीआई टीम के साथ लखनऊ आया और प्रमोद की गिरफ्तारी हुई। 

करोड़ों का लोन हड़पा 
सूत्रों के मुताबिक, प्रमोद ने सिलवासा में डी-कंपनी के 12 करोड़ रुपये हड़प लिए। एक कंपनी से जुड़े ऑक्शन के लिए डी-कंपनी की तरफ से उसे यह रकम दी गई थी। इसके अलावा दक्षिण अफ्रीका एवं चीन में भी उसने ठगी की। लखनऊ में भी तीन कंपनियों के नाम पर उसने यूको एवं अन्य बैंकों से 35 करोड़ रुपये का लोन करवाया और वापस नहीं की। प्रमोद ईंटानगर में एक सरकारी अधिकारी की पत्नी के नाम पर भी फर्जी तरीके से तीन करोड़ रुपये का लोन करवा चुका है। आरोप है कि प्रमोद लखनऊ में अर्चना सहाय नाम की महिला की जमीन भी हड़प चुका है।

नई जगह, नया नाम, नई पहचान 
प्रमोद कुमार जैन और उसका पूरा परिवार ठगी और जालसाजी के धंधे से जुड़ा है। एक जगह जालसाजी करने के बाद ये लोग नए शहर में नई पहचान के साथ रहने लगते थे। प्रमोद अपना नाम बदलकर कभी सुशील मोदी तो कभी प्रकाश फूल चंद्र छाबड़ा रख चुका है। उसकी पत्नी अंजू मोदी लखनऊ में अंजलि मोदी के नाम से रह रही है। उसके साथ फिलीपींस की एक महिला भी अपने बच्चे के साथ रह रही है, जिसका असली नाम फ्लोरा है, लेकिन वह रिद्धी मोदी के नाम से रह रही है। सीबीआई टीम उसे ट्रांजिट रिमांड पर गुवाहाटी ले गई है। 

32 से ज्यादा कंपनियां बनाईं 
प्रमोद ने अरुणाचल प्रदेश, राजस्थान, असम, बंगलुरु, जयपुर समेत देश के कई शहरों में अलग-अलग 32 से ज्यादा कंपनियां बनाकर बैंकों से करोड़ों के लोन लिए। हर शहर में वह बैंक से लिए गए लोन से घर खरीदता और गुपचुप तरीके से उन्हें बेचकर फरार हो जाता। उसके इस फर्जीवाड़े में यूको बैंक के कुछ अधिकारियों के जुड़े होने की भी बात सामने आई है। 
 

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