सास-ससुर का ध्यान रखने वाली महिलाओं को पंचायत देगी 5100 रुपये का नकद इनाम
चंडीगढ़
सास-बहू के तल्खी रिश्तों की कहानी हमेशा से सुनी जाती है। ऐसे में हरियाणा के एक गांव में एक अभियान शुरू किया गया है जिसके पीछे उनका लक्ष्य इस 3 हजार आबादी वाले इस गांव की महिलाओं को अपने सास-ससुर का ध्यान रखने के लिए प्रेरित करना है। इसके तहत सास-ससुर की अच्छी देखभाल करने वाली महिलाओं को हर साल 15 अगस्त के मौके पर 5,100 रुपये के नकद इनाम से सम्मानित किया जाएगा।
इस मुहिम की शुरुआत इस बार 15 अगस्त को हो गई है। इस बार 50 साल की पुष्पा सैनी को बिस्तर में पड़ी अपनी सास की कई सालों से सेवा करने के लिए नकद इनाम से सम्मानित किया गया है। गांव की सरपंच कमलेश रानी ने बताया कि यह अवॉर्ड महिलाओं खासकर युवा जेनरेशन को अपने सास-ससुर का ध्यान रखने को प्रेरित करने के लिए शुरू किया गया है।
महिलाओं पर खास फोकस
हालांकि दिलचस्प बात यह है कि हिसार जिले के हंसी सब डिविजन के तहत आने वाले जग्गा बर्रा गांव की पंचायत ने सिर्फ महिलाओं और उनकी जिम्मेदारी पर ही फोकस किया है और पुरुषों को उनके माता-पिता या सास-ससुर का ध्यान रखने के लिए इस मुहिम में कुछ नहीं किया गया है।
हंसी सब-डिविजन के सुदूर स्थित इस गांव में शहर के करीब होने की वजह से शिक्षा स्तर ऊंचा है लेकिन सैनी और गुर्जर की अधिक आबादी वाले इस गांव में सामाजिक नियम-कानून अभी भी दकियानूसी के शिकार हैं। हरियाणा के पूर्व सिंचाई व ऊर्जा मंत्री अटर सिंह सैनी भी इसी गांव से ताल्लुक रखते हैं जिनके दादा जग्गामल सैनी के नाम पर इस गांव का नामकरण हुआ।