सस्ता सोना खरीदने का आज आखिरी मौका 

 नई दिल्ली 
 अगर आप सोने में निवेश करना चाहते हैं तो  शुक्रवार को सर्राफा बाजार से भी सस्ता सोना खरीद सकते हैं। मोदी सरकार आपको अंतिम मौका दे रही है। गुरुवार को सर्राफा बाजार में 10 ग्राम सोने की कीमत 47419 रुपये थी और आज मोदी सरकार आपको केवल 4,677 रुपये प्रति ग्राम के रेट से सोना बेच रही है। इस तरह 10 ग्राम सोने की कीमत 4,6770 रुपये पड़ रही है। यानी 10 ग्राम सोना आपको बाजार भाव से 649 रुपया सस्ता पड़ रहा है। अगर छूट को जोड़ लें तो यह 1149 रुपये सस्ता पड़ेगा।

बता दें यह सोना आपको फिजिकल रूप में नहीं मिलेग, यानी जिस रूप में आप ज्वैलर्स के यहां से लेते हैं, उस रूप में नहीं मिलेगा। यह मिलेगा सॉवरेन गोल्ड बांड के रूप में। इस स्कीम के जरिए आप 12 जून तक एक ग्राम से लेकर 500 ग्राम सोने में निवेश कर सकते हैं। वहीं ऑनलाइन खरीदने पर इस पर 50 रुपये प्रति ग्राम या 500 रुपये प्रति 10 ग्राम की छूट मिलेगी। 

कहां और कैसे मिलेगा

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम में एक वित्तीय वर्ष में एक व्यक्ति अधिकतम 500 ग्राम सोने के बॉन्ड खरीद सकता है। वहीं न्यूनतम निवेश एक ग्राम का होना जरूरी है। इस स्कीम में निवेश करने पर आप टैक्स बचा सकते हैं। बॉन्ड को ट्रस्टी व्यक्तियों, HUF, ट्रस्ट, विश्वविद्यालयों और धर्मार्थ संस्थानों को बिक्री के लिए प्रतिबंधित किया जाएगा. वहीं ग्राहकी की अधिकतम सीमा 4 किलोग्राम प्रति व्यक्ति, एचयूएफ के लिए 4 किलोग्राम और ट्रस्टों के लिए 20 किलोग्राम और प्रति वित्तीय वर्ष (अप्रैल-मार्च) समान होगी।

SGB को बैंकों (स्मॉल फाइनेंस बैंकों और पेमेंट बैंकों को छोड़कर), स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (SHCIL), नामित डाकघरों और मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों (NSE और BSE) के माध्यम से बेचा जाएगा। 

सॉवरेन गोल्ड बांड के रूप में सोने की कीमत रिजर्व बैंक ने तय की है।  बता दें 4,677 रुपये प्रति ग्राम के रेट से मोदी सरकार की सॉवरेन गोल्ड बांड की तीसरी किस्त के तहत 8 जून से लेकर 12 के बीच आप निवेश कर सकते हैं। इसकी किस्त 16 जून को जारी की जाएगी। इससे पहले अप्रैल और मई की सीरीज में रिकॉर्ड निवेश हुआ था।  वहीं ऑनलाइन खरीदने पर इस पर 50 रुपये प्रति ग्राम या 500 रुपये प्रति 10 ग्राम की छूट मिलेगी।

क्या है सॉवरेन गोल्ड बांड

सॉवरेन गोल्ड बांड में निवेशक को फिजिकल रूप में सोना नहीं मिलता। यह फिजिकल गोल्ड की तुलना में अधिक सुरक्षित है। जहां तक शुद्धता की बात है तो इलेक्ट्रॉनिक रूप में होने के कारण इसकी शुद्धता पर कोई संदेह नहीं किया जा सकता। इस पर तीन साल के बाद लांग टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगेगा (मैच्योरिटी तक रखने पर कैपिटल गेन टैक्स नहीं लगेगा) वहीं इसका लोन के लिए  इसका उपयोग कर सकते हैं। अगर बात रिडेंप्शन की करें तो पांच साल के बाद कभी भी इसको भुना सकते हैं।

2.5 % का गारंटीड फिक्स्ड ​इंटरेस्ट 

यह भी जानना जरूरी है कि इन बॉन्ड्स की अवधि 8 साल की होती है और 5वें साल के बाद ही प्रीमैच्योर विड्रॉल किया जा सकता है। इसकी सबसे खास बात होती है कि निवेशक को सोने के भाव बढ़ने का लाभ तो मिलता ही है. साथ ही उन्हें इन्वेस्टमेंट रकम पर 2.5 फीसदी का गारंटीड फिक्स्ड ​इंटरेस्ट भी मिलता है।
 

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