सरकार से नाखुश विधानसभा अध्यक्ष ने लौटाई सुरक्षा, नेता प्रतिपक्ष भी लौटा चुके है अपनी सुरक्षा

भोपाल
लोकसभा चुनाव के परिणामों के बाद कांग्रेस में मचे घमासान के बीच अब विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति की नाराजगी भी सामने आई है। खबर है कि उन्होंने अपने शासकीय बंगले पर लगी सुरक्षा व्यवस्था वापस लौटा दी है।बताया जा रहा है कि प्रजापति पुलिस सुरक्षा से खुश नही थे, इसी के चलते उन्होंने यह कदम उठाया है। स्पीकर की नाराजगी से कांग्रेस में हड़कंप मच गया है। वहीं स्थिति को संभालते हुए गृहमंत्री ने सुरक्षा की पुनर्समीक्षा की बात कही है। वहीं बीजेपी नेताओं ने सरकार पर निशाना साधा है। विधानसभा अध्यक्ष की नाराजगी ऐसे समय चर्चा में आई है जब सरकार को अपने विधायकों को एकजुट रखने की कोशिश करनी पड़ रही है 

दरअसल, पुलिस सुरक्षा से नाखुश विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने पुलिस सुरक्षा लौटा दी है। विस अध्यक्ष प्रजापति ने यह कदम इसलिए उठाया है क्योंकि उन्हें अपनी सुरक्षा व्यवस्था उपयुक्त नहीं लग रही थी। बताया जा रहा सुरक्षाकर्मियों की संख्या भी घटा दी गई थी जिससे वह नाराज चले रहे थे। सुरक्षा इंतजाम को लेकर उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को भी जानकारी दी थी और सुरक्षा व्यवस्था में बदलाव के लिए कहा था, लेकिन जब इस संबंध में कोई बदलाव नहीं हुआ तो उन्होंने पुलिस वालों को लौटा दिया। फिलहाल उनके निवास पर विधानसभा के मार्शलों की ड्यूटी लगाई गई है। 

 इस घटनाक्रम के बाद कांग्रेस मे हड़कंप मच गया है। इसकी जानकारी मिलते ही गृहमंत्री बाला बच्चन ने प्रजापति से फोन पर बात की है और कहा कि सुरक्षा बढ़ाने का मुद्दा राज्य स्तरीय समिति में रखा जाएगा ।  साथ ही उन्हें  सुरक्षा बढ़ाने का आश्वासन दिया है। वही इस मामले मे भाजपा के पूर्व मंत्री विश्वास सारंग ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि संवैधानिक पद की गरिमा जरूरी है। ये बड़ी चूक है। गुटबाजी के कारण पर्याप्त सुरक्षा नहीं दी गई थी। वहीं PWD मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने भी विधानसभा अध्यक्ष की सुरक्षा बढ़ाने की पैरवी की है। उन्होंने कहा कि विषम परिस्थितियां होंगी तभी सुरक्षा बढ़ाने की मांग की गई होगी। अध्यक्षजी की बात सुनी जाना चाहिए। 

इससे पहले सरकारी की कार्यप्रणाली से नाराज होकर नेता प्रतिपक्ष और बीजेपी के वरिष्ठ नेता गोपाल भार्गव ने कमलनाथ सरकार द्वारा दी गई सुरक्षा व्यवस्था को वापस लौटा दिया था। इसके लिए भार्गव ने गृह विभाग को पत्र लिख कर इस बात की सूचना दी थी। भार्गव ने लिखा था कि गृह विभाग द्वारा मुझे सुरक्षा के लिए पांच सुरक्षाकर्मी उपलब्ध करवाए गए है, जिनमें से दो सुरक्षाकर्मियों को मुझे बिना बताए सहायक पुलिस महानिरीक्षक विशेष शाखा (सुरक्षा) के आदेश देकर बीते दिनों पांच मार्च को अलग कर दिया गया है। इसलिए मैं खुद बाकी के सुरक्षा कर्मियों को वापस गृह विभाग को लौटा रहा हूं। मेरी सुरक्षा की जिम्मेदारी जनता की है।

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