सरकार रैपिड एंटीजन-आधारित कोविड -19 परीक्षणों के उपयोग पर विचार की योजना बना रही: ICMR

 नई दिल्ली  
सरकार रैपिड एंटीजन-आधारित कोविड -19 परीक्षणों के उपयोग का विस्तार करने की योजना बना रही है और देश के शीर्ष बायोमेडिकल रिसर्च बॉडी ने राज्यों को कोरोना वायरस का पता लगाने के लिए आरटी-पीसीआर परीक्षण के लिए आसान विधि का उपयोग करने की सलाह दी है। देश भर में संक्रमण बढ़ता जा रहा है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि रैपिड एंटीजन-आधारित कोविड -19 टेस्ट तेजी से चल रहे संक्रमण को निर्धारित करने में मदद कर सकते हैं। यही कारण है कि यह एक अच्छा उपकरण है जिसका उपयोग RT-PCR टेस्ट के साथ कोविड-19 के निदान के लिए किया जा सकता है। ये परीक्षण किसी व्यक्ति के मुंह या नाक के स्वाब में एक बाहरी पदार्थ की उपस्थिति का पता लगाते हैं जो एंटीबॉडी के उत्पादन को ट्रिगर करता है, और इसलिए, संक्रमण का पता लगया जा सकता है। लेकिन ये गैर-पुष्टिकरण परीक्षण हैं। इसका मतलब यह है कि जो लोग पिड एंटीजन-आधारित कोविड -19 परीक्षणों  के माध्यम से पॉजिटिव पाए जाते हैं, उन्हें कोविड -19 पॉजिटिव माना जाता है, लेकिन जो निगेटिव आते हैं, उन्हें पुन: पुष्टि के लिए आरटी-पीसीआर परीक्षण के लिए जाना चाहिए।

बता दें कि राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण जितनी तेजी से बढ़ रहा है, उतनी ही तेजी से लोग स्वस्थ भी हो रहे हैं। पिछले 24 घंटे में 2889 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले जबकि इस दौरान 3306 कोरोना मरीज ठीक भी हो गए हैं। दिल्ली में रविवार को उबरने वाले मरीजों को मिलाकर अभी तक 52607 मरीज कोरोना से जंग जीत चुके हैं। राजधानी में कोरोना से पीड़ित 60 फीसदी से अधिक लोग अब तक ठीक होकर घर लौट चुके हैं। वहीं, 65 नई मौत दर्ज होने के बाद अभी तक 2623 मरीज कोरोना के कारण जान गवां चुके है।

आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में रविवार को 2889 लोगों में कोविड-19 की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही संक्रमितों की संख्या 83 हजार को पार कर गई है। दिल्ली सरकार की हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक, 2889 नए मामलों के साथ कुल संक्रमितों की संख्या अब 83,077 हो गई है। इनमें से 52,607 लोग इलाज के बाद पूर्णतः उपचारित हो चुके हैं। वहीं 27,847 लोगों का अभी भी इलाज चल रहा है।

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