ओडिशा में फोनी से भारी तबाही, बिजली-टेलिफोन सेवा ध्वस्त

भुवनेश्वर
ओडिशा में आए चक्रवाती तूफान 'फोनी' ने काफी तबाही मचाई है। पुरी में पुरानी इमारतों, कच्चे घरों, अस्थायी दुकानों को भारी नुकसान पहुंचा है। ओडिशा में तूफान से अबतक 3 लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 160 लोग घायल हैं। बिजली और टेलिकॉम सेवा पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। वहीं, भुवनेश्वर में एयरपोर्ट तथा एम्स में काफी नुकसान हुआ है।

तूफान के कारण एम्स भुवनेश्वर में एक इमारत की छत का एक हिस्सा टूट गया, लेकिन सभी छात्र, स्टॉफ और मरीज सुरक्षित बताए गए हैं। 'फोनी' के कारण भुवनेश्वर में एम्स पीजी 2019 परीक्षा को रद्द कर दिया गया है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया कि स्थिति सामान्य होने पर परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। यह परीक्षा 5 मई रविवार को होनी थी। उधर, एनडीआरएफ और प्रदेश का सुरक्षाबल आपदा राहत और सड़कों को साफ करने के काम में लगा हुआ है। बीजू पटनायक इंटरनैशनल एयरपोर्ट को भी तूफान की वजह से काफी नुकसान पहुंचा है।

आपको बता दें कि चक्रवाती तूफान 'फोनी' ने शुक्रवार की सुबह भारी बारिश और करीब 225 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की प्रचंड हवाओं के साथ ओडिशा तट पर दस्तक दी। भयंकर तूफान के कारण इसके प्रभाव वाले इलाकों में कई जगह पेड़ उखड़ गए हैं, झोपड़ियां तबाह हो गई हैं और पुरी के कई इलाके पानी में डूबे हुए हैं। इसके साथ ही तकरीबन 12 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। नुकसान का सही आकलन अब तक नहीं हो पाया है। हालांकि, अब इसकी रफ्तार धीमी पड़ने लगी है।

सुबह करीब 8 बजे पुरी पहुंचा फोनी
अत्यधिक प्रचंड चक्रवाती तूफान फोनी आज सुबह करीब आठ बजे पुरी पहुंचा। इसकी शुरुआत 175 किमी प्रतिघंटे की हवाओं से हुई। हवा की रफ्तार 245 किमी प्रतिघंटे तक पहुंची। चक्रवात के पहुंचने की प्रक्रिया पूरी होने में करीब तीन घंटे का समय लगा।

विमान से गिराने के लिए भोजन के 1 लाख से अधिक पैकेट तैयार
संवेदनशील इलाकों से करीब 12 लाख लोगों को शिफ्ट किया जा चुका है। वहीं, 11 लाख लोगों को गुरुवार को ही सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया था। करीब 10,000 गांवों और 52 शहरी इलाकों से हटाए गए। 11 लाख लोग 4,000 शिविरों में ठहरे हुए हैं जिनमें से विशेष रूप से चक्रवात के लिए बनाए गए 880 केंद्र शामिल हैं। ओडिशा के स्पेशल रिलीफ कमिश्नर बिष्णुपाद सेठी ने बताया कि विमान से गिराने के लिए एक लाख से अधिक भोजन के पैकेट तैयार किए गए हैं। इसके लिए दो हेलिकॉप्टर भेजने का अनुरोध किया गया है।

तमाम जगहों पर सड़कों पर गिरे पेड़
उन्होंने बताया कि राजधानी भुवनेश्वर में भी करीब 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक हवा चली। भुवनेश्वर में कई जगहों पर सड़कों पर पेड़ टूटने की जानकारी सामने आई है। स्थानीय पुलिस पेड़ हटाकर सड़कों को साफ करने की कोशिश कर रही है।

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